चेन्नई: वेस्टइंडीज ने भारत को पहले वनडे मैच में आठ विकेट से करारी शिकस्त दी. भारतीय टीम (Team India) ने विंडीज को मैच जीतने के लिए 288 रन का लक्ष्य दिया, जिसे उसने बड़ी आसानी से 48वें ओवर में ही हासिल कर लिया. इस मैच के दौरान एक विवाद भी सामने आया, जिससे भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) बेहद नाराज दिखे. यह मामला रवींद्र जडेजा के रन आउट का है. अंपायर ने यह निर्णय देने से पहले जो किया, उससे नाराज कोहली ने कहा कि उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में पहले ऐसा कभी नहीं देखा. भारत और विंडीज (India vs West Indies) का मैच रविवार को चेन्नई में खेला गया.
यह घटना 48वें ओवर की है जब रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने तेजी से दौडकर रन लिया. फील्डर रोस्टन चेज का थ्रो दूसरे छोर के विकेट पर जा लगा. वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाड़ियों ने अपील की, जिसे अंपायर शान जॉर्ज ने नकार दिया. हालांकि, जब गेंद स्टंप्स पर लगी, तब जडेजा क्रीज से बाहर थे. लेकिन अंपायर के निर्णय में अचानक मोड़ आ गया, जो भारतीय कप्तान को गले नहीं उतर रहा.
दरअसल, जडेजा को नॉट आउट करार दिए जाने के कुछ सेकंड बाद मैदान पर लगी बड़ी स्क्रीन में रीप्ले दिखाया गया. इसमें साफ पता चल रहा था कि जब गेंद स्टंप्स पर लगी थी, तब जडेजा क्रीज से बाहर थे. इसके बाद वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने अंपायर शान जॉर्ज से संपर्क किया और तीसरे अंपायर से मदद लेने की अपील की.
तीसरे अंपायर ने रवींद्र जडेजा को आउट दे दिया. इस पूरे घटनाक्रम पर विराट कोहली नाराज दिखे. उन्होंने चौथे अंपायर (अनिल चौधरी) से भी बात की. मैच के बाद कोहली ने कहा, ‘फील्डर ने अपील की और अंपायर ने नॉट आउट करार दिया. मामला यहीं खत्म हो जाता है. मैदान के बाहर बैठे लोग यह तय नहीं कर सकते की वहां क्या हुआ. मैंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा. मुझे पता नहीं कि नियमों का क्या हुआ. अंपायरों और रेफरी को इस मामले को देखना चाहिए.’
विराट कोहली ने कहा, ‘अगर यह घटना (जडेजा का रन आउट) नहीं हुई होती तो हम 15-20 रन और बना सकते थे.’ विराट ने साथ ही ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर की तारीफ की. कोहली ने कहा कि इन दोनों युवा बल्लेबाजों ने अच्छी बैटिंग की और मौके का लाभ उठाया.