दुबई। एशिया कप का फाइनल मैच भारत और बांग्लादेश के बीच आज दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया। जिसमे भारत ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। जबकि पाकिस्तान को हराकर फाइनल में पहुंची बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 223 रनों का लक्ष्य दिया।
जिसके जवाब में उतरी भारतीय टीम की ओपनिंग बल्लेबाजी भी बांग्लादेशी गेंदबाजों की सटीक गेंदबाजी के सामने लड़खड़ाती दिखी। जबकि ओपनिंग बैट्समैन रोहित शर्मा के 48 रन पर आउट होने के पश्चात दिनेश कार्तिक और महेंद्र सिंह धोनी की बीच शानदार साझेदारी ने टीम का स्कोर 150 रन के पार किया वहीं कार्तिक के आउट होने के बाद धोनी भी 36 रन मुश्तिफिजुर की गेंद पर आउट हुए। लेकिन रविंद्र जडेजा और भुवनेश्वर के बीच हुई सूझबूझ की साझेदारी ने टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिलाया। आखिरी ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 6 गेंदों में 6 रन की जरूरत थी और आखिरी गेंद में भारत ने मैच जीत कर सातवीं बार एशिया कप अपने नाम किया।
बांग्लादेश की पारी
बांग्लादेश के ओपनिंग बल्लेबाज लिंटन दास और मेहंदी हसन के बीच आक्रामक साझेदारी देखने को मिली एक समय में बांग्लादेश का स्कोर 100 पर शून्य था वहीं पहला विकेट 120 रन के स्कोर में मेहंदी हसन के रूप में गिरा जिसके बाद बांग्लादेश की पूरी टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने संघर्ष करती नजर आयी और 48.3 ओवर में 222 रन बनाकर आलआउट हो गयी। जबकि टीम के लिए ओपनिंग बैट्समैन लिंटन दास ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 117 गेंदों में 12 चौकों और 2 छक्के की मदद से 121 रनो की पारी खेली।
वहीं भारतीय लेफ्ट आर्म चाइनामैन कुलदीप यादव ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 45 रन देकर 3 विकेट चटकाए जबकि पार्ट टाइम बॉलर केदार जाधव ने 2 विकेट लिए। एशिया कप में यह दूसरी बार है जब भारत और बांग्लादेश के बीच एशिया कप के फाइनल मुकाबले में दोनों टीमें आमने-सामने हैं जबकि इसके पहले 2016 के फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को निर्णायक मैच में हरा कर छंटी बार खिताब का हकदार बना ।
जबकि भारत के लिए ख़ुशी की बात यह भी है अब तक 3 बार एशिया कप का आयोजन युएई में हुआ जिसमे से तीनो ही बार भारत ने ही बाजी मारी है .