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Saturday, May 3, 2025

पुणे में करारी हार से भारत का अजेय अभियान थमा

पुणे,स्टीव ओकीफी और नाथन लियोन की फिरकी के जादू से ऑस्‍ट्रेलिया ने दूसरी पारी में भारत को 107 रन पर समेटकर पहला क्रिकेट टेस्ट 333 रन से जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली। ऑस्‍ट्रेलिया ने इसके साथ ही भारत के लगातार 19 मैचों के अजेय अभियान को भी थाम दिया और साथ ही 20 टेस्ट बाद मेजबान टीम को उसके मैदान पर हार का स्वाद चखाया। वहीं ऑस्‍ट्रेलिया को भारत में लगातार सात टेस्‍ट हारने के बाद पहली बार जीत मिली है। पुणे टेस्‍ट से पहले उसे साल 2004 में नागपुर में जीत मिली थी। उस मैच के बाद ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत में सात टेस्‍ट हारे और चार ड्रा कराए। 4502 दिन बाद उसे भारतीय जमीं पर जीत मिली है। इधर,एशिया महाद्वीप में कंगारू टीम लगातार नौ टेस्‍ट हारने के बाद जीती है।

पहली पारी में 35 रन देकर छह विकेट चटकाने वाले बायें हाथ के स्पिनर ओकीफी ने दूसरी पारी में भी 35 रन देकर छह विकेट चटकाए। ओकीफी ने मैच में 70 रन देकर 12 विकेट चटकाए जो किसी आस्ट्रेलियाई गेंदबाज का भारतीय सरजमीं पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। इससे पहले एलेन डेविडसन ने दिसंबर 1959 में कानपुर में भारत के खिलाफ मैच में 124 रन देकर 12 विकेट हासिल किए थे। इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपना 18वां टेस्ट शतक जड़ते हुए 202 गेंद में 11 चौकों की मदद से 109 रन बनाए जिससे मेहमान टीम ने दूसरी पारी में 285 रन का स्कोर खड़ा किया। स्मिथ की यह पारी भारतीय सरजमीं पर किसी विदेशी बल्लेबाज की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है। यह भारत के खिलाफ पिछले पांच टेस्ट में उनका लगातार पांचवां शतक है।

दूसरी पारी में भारत के 7 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। जबकि दो बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए। कप्तान विराट कोहली भी कोई कमाल नहीं दिखा सके और कीफी की गेंद पर बोल्ड हो गए। पिछली बार जब अॉस्ट्रेलिया ने भारत का दौरा किया था तो उसे 4-0 से हार मिली थी।पुणे में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफी के पहले टेस्‍ट में भारतीय बल्‍लेबाजों ने टेस्‍ट इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन दिखाया है। पहली पारी में भारत की पूरी टीम 105 रनों पर सिमट गई। भारत के अंतिम 7 बल्‍लेबाज स्‍कोरबोर्ड में सिर्फ 11 रनों का इजाफा कर पाए थे, जो 85 साल के टेस्‍ट इतिहास में भारत का सबसे घटिया प्रदर्शन है। इससे पहले 1989-90 में क्राइस्‍टचर्च के मैदान पर टीम इंडिया अंतिम 7 विकेट्स खोकर 18 रन ही बना पाई थी। भारत की पारी शुरू से ही ट्रैक से भटकी नजर आई थी। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय 10 रन बनाकर आउट हुए तो चेतेश्‍वर पुजारा भी 6 रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए थे।

इसके बाद कप्‍तान विराट कोहली से सबको एक कप्‍तानी पारी की अपेक्षा थी मगर वह तीन साल बाद, 104 पारियां खेलकर टेस्‍ट मैच में शून्‍य पर आउट हुए। भारत की तरफ से सिर्फ केएल राहुल ही अर्द्धशतक लगाने में कामयाब हो पाए थे। भारत के सिर्फ तीन बल्‍लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके।दूसरी पारी में अॉस्ट्रेलिया 285 रन पर सिमट गई थी। 441 रनों का पीछा करने उतरी टीम इंडिया दूसरी पारी में फिसड्डी साबित हुई। सबसे पहले मुरली विजय को ओ कीफी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके बाद केएल राहुल भी पवेलियन लौट गए थे। उन्हें नैथन लायन ने एलबीडब्लू ऑउट किया था। चेतेश्नवर पुजारा को भी कीफी ने 31 के निजी स्कोर पर चलता किया। कप्तान विराट कोहली भी 13 रन बनाकर कीफी से ही शिकार बने। अजिंक्य रहाणे (18), आर अश्विन (8) और ऋद्धिमान साहा भी कीफी के शिकार बने। उन्होंने दूसरी पारी में भी 6 विकेट झटके।

भारत ने इससे पूर्व श्रीलंका के खिलाफ गाले में अगस्त 2015 में श्रृंखला का पहला टेस्ट गंवाया था। टीम इंडिया ने इसके बाद अगले दो मैचों में मेजबान टीम को हराकर श्रृंखला जीती और फिर दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला जीतने के दौरान एक भी मैच नहीं गंवाया। भारत की अपनी सरजमीं पर दिसंबर 2012 और 20 टेस्ट के बाद यह पहली हार है। तब उसे इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता में सात विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम को अपनी सरजमीं पर पहली बार शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

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