नई दिल्ली: पाकिस्तान का बिहार के राजगीर में होने वाले एशिया कप हॉकी में खेलना मुश्किल है। भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही संघर्ष विराम हो चुका है लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। ऐसे में पाकिस्तान की टीम का भारतीय धरती पर खेलना मुश्किल लग रहा है। आगामी टूर्नामेंट के लिए हॉकी इंडिया को भारत सरकार से परामर्श का इंतजार है।
एशिया कप हॉकी का आयोजन बिहार के राजगीर में 27 अगस्त से सात सितंबर के बीच होगा। इसमें मेजबान भारत के अलावा पाकिस्तान, जापान, कोरिया, चीन, मलयेशिया, ओमान और चीनी ताइपे की टीमें इसमें भाग लेंगी। यह टूर्नामेंट अगले साल नीदरलैंड और बेल्जियम में होने वाले विश्व कप का क्वालिफाइंग टूर्नामेंट भी है। हालांकि, तनाव के बीच पाकिस्तान का खेलना काफी मुश्किल माना जा रहा है।
इस संबंध हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने पीटीआई से बात की। उन्होंने बताया कि फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। उन्हें सरकार के दिशा निर्देशों का इंतजार है। उन्होंने कहा- अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा लेकिन हम सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे जैसा पहले भी होता आया है। अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पहलगाम में क्रूर आतंकवादी हमले और आपरेशन सिंदूर के बाद अभी कुछ कहना मुश्किल है। अभी टूर्नामेंट में तीन महीने का समय है लेकिन हम सरकार की सलाह का पालन करेंगे। इसमें कोई दोराय नहीं है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला बोला था और उनके खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था। 10 मई को दोनों देशों ने संघर्ष विराम का एलान किया। इससे पहले भारत सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तान के नागरिकों को स्वदेश लौटने के आदेश दिए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘अगर सरकार मंजूरी नहीं देती है तो पाकिस्तानी टीम यहां नहीं आयेगी। यह सब सरकार के उस समय के रूख पर निर्भर करता है।’ अगर पाकिस्तान को भारत आने की मंजूरी नहीं मिलती है तो टूर्नामेंट सात टीमों के साथ होगा या एक नई टीम को बुलाया जाएगा। यह फैसला एशियाई हॉकी महासंघ लेगा। एक अधिकारी ने बताया, ‘अभी यह कहना मुश्किल है कि नयी टीम कौन सी होगी या यह सात टीमों के साथ ही होगा। एशियाई हॉकी महासंघ इस पर फैसला लेगा।’
पाकिस्तान हॉकी टीम ने पिछली बार लखनऊ में 2016 जूनियर विश्व कप नहीं खेला था जो पठानकोट आतंकवादी हमले के कुछ महीने बाद ही हुआ था। उसकी जगह मलेशिया को शामिल किया गया था। मौजूदा हालात में पाकिस्तान का 28 नवंबर से 10दिसंबर तक चेन्नई और मदुरई में होने वाले जूनियर विश्व कप में खेलना भी मुश्किल है।