सिडनी। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें दिन सोमवार (7 जनवरी) को यहां बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। बारिश के चलते चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया और भारत ने 2-1 से सीरीज पर कब्जा जमा लिया है। भारत इस तरह से पहली बार ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सीरीज जीतने में कामयाब रहा है। इसी के साथ भारत पहली एशियाई टीम भी बना, जिसने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीती है। सुबह के पूरे सत्र में पिच कवर से ढकी रही। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के ऊपर काले घने बादल छाये हुए हैं और इस बीच हल्की बारिश भी हुई। भारत ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 622 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 300 रन पर आउट हो गया और उसे अपनी धरती पर पिछले 30 साल में पहली बार फॉलोऑन के लिये उतरना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के छह रन बनाए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम
इस जीत के साथ विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 71 साल बाद नया इतिहास रचा है। भारतीय टीम ने 70 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ सीरीज में जीत हासिल की है। इसी के साथ टीम इंडिया ऐसी पहली एशियाई टीम भी बन गई है, जिसने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज जीती है।
चेतेश्वर पुजारा को ‘मैन ऑफ द मैच’ और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया। भारत को ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीत के लिए 11 सीरीज का इंजतार करना पड़ा था और 12वीं सीरीज में वह जीत दर्ज कर पाया। भारत ने 1947-48 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट सीरीज के लिए दौरा किया था और उस समय से वह एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया था।
सुनील गावस्कर ने बताया ऐतिहासिक पल, क्रिकेट दिग्गजों ने टीम इंडिया को दी बधाई। भारत ने 2017 में अपने घरेलू मैदानों पर सीरीज 2-1 से जीतकर यह ट्रॉफी जीती थी। टीम इंडिया की इस जीत पर क्रिकेट जगत से उन्हें जमकर बधाइयां मिल रही हैं।
इस जीत के बाद विराट कोहली ने कहा, ”सबसे पहले मैं यह कहना चाहता हूं कि मुझे इस टीम का हिस्सा होने पर कभी इतना अधिक गर्व नहीं हुआ जितना अभी इस समय हो रहा है। हमने एक संस्कृति विकसित की। हमारे बदलाव की शुरुआत यही पर हुई थी जहां मैंने कप्तान पद संभाला था और मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि चार साल बाद हम यहां जीतने में सफल रहे। मैं केवल एक शब्द कह सकता हूं कि मुझे इस टीम की अगुवाई करने में फख्र महसूस होता है। यह मेरे लिये सम्मान है। खिलाड़ियों के प्रयास से ही कप्तान अच्छा साबित होता है।”