तिरुवनंतपुरम। टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज में अंतिम मैच जीतकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमा लिया. मैच के बाद कप्तान कप्तान विराट कोहली का मानना है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार को यहां खत्म हुई वनडे सीरीड में अंबाती रायुडू का चौथे स्थान पर शानदार बल्लेबाजी करना और युवा खलील अहमद के तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर सामने आना सकारात्मक चीजें रहीं. इस सीरीज में दूसरा मैच टाई होने और तीसरा मैच टीम इंडिया के हारने के बाद वापसी की और अंतिम दो मैच जीतकर सीरीज अपने नाम की.
गेंदबाजी और बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत थी
कोहली ने मैच के बाद सम्मान समारोह में कहा, ‘‘हमारे लिए दो विभागों में सुधार जरूरी था जिसमें तीसरे गेंदबाज के तौर पर खलील का शानदार प्रदर्शन करना एक है. खुदा न खास्ता अगर भुवनेश्वर (कुमार) या (जसप्रीत) बुमराह चोटिल हो गए तो खलील का होना अच्छा है जो विकेट ले सकते हैं. रायुडू ने भी चौथे क्रम पर अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाई है. सीरीज से पहले हम इन दोनों मामलों को दुरूस्त करना चाहते थे और दोनों में सफल रहे.’’
गेंदबाजों की तारीफ
कोहली ने पिछले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन के लिए गेंदबाजों की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘उनके शानदार प्रदर्शन के कारण हम मैच को इतनी जल्दी खत्म कर पाये. गेंदबाजों को सही दिशा में गेंदबाजी करने का श्रेय जाता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस मैच में वेस्टइंडीज के पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से हमें हैरानी हुई. हम वैसे भी पहले गेंदबाजी करना चाहते थे.’’
जेसन होल्डन ने कहा निरंतररता की कमी से हारी सीरीज
इस मौके पर वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डन ने टीम के प्रदर्शन पर निरंतरता की कमी पर निराशा जताई. उन्होंने कहा, ‘‘ हम जिस तरह से सीरीज को खत्म करना चाहते थे वैसा नहीं कर सके. पिछले दो मैचों में निरंतररता की कमी रही. हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. भारत के खिलाफ उसकी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को श्रेय दिया जाना चाहिए. उनके गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हमारे ज्यादातर खिलाड़ी खराब शॉट चयन के कारण आउट हुए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिमरोन हेटमायर और शाई होप इस सीरीज में वेस्टइंडीज के लिए दो अच्छे खिलाड़ी सबित हुए. ओशाने थामस ने दिखाया कि उनके पास भी क्षमता है.’’
टीम इंडिया का सीरीज में आक्रामक वापसी
भारत ने सीरीज का पहला मैच जीत था. दूसरा मैच टाई रहा और तीसरे मैच में विंडीज ने जीत हासिल करते हुए सीरीज 1-1 से बराबरी पर ला दी थी. भारत ने चौथा वन डे जीता और 2-1 की बढ़त ली. अगर इस पांचवे वनडे में वेस्टइंडीज की टीम जीतती तो सीरीज 2-2 से बराबरी पर छूटती लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भारतीय टीम ने धमाकेदार प्रदर्शन के साथ यह मैच जीता और सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली. यह वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ वनडे में सबसे कम स्कोर है. इससे पहले उसने 27 अप्रैल 1997 में पोर्ट ऑफ स्पेन नें वनडे में भारत के खिलाफ 121 रन बनाए थे.