नई दिल्ली: खेलों के महाकुंभ ओलंपिक गेम्स का इसी साल फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजन हुआ था, जिसमें कई देशों के एथलीटों ने हिस्सा लिया था वहीं अगले ओलंपिक गेम्स लॉस एंजिल्स में साल 2028 में आयोजित होंगे जबकि 2032 में इसकी मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में होगी। साल 2036 में होने वाले ओलंपिक गेम्स की मेजबानी किस शहर को मिलेगी इसको लेकर अभी इंटरनेशनल ओलंपिक काउंसिल यानी आईओसी को फैसला करना है, लेकिन इसी बीच भारतीय ओलंपिक संघ यानी आईओए ने साल 2036 की ओलंपिक खेलों की मेजबानी को लेकर आईओसी को एक लेटर भेजा है।
इंडियन ओलंपिक संघ ने एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेशनल ओलंपिक संघ को जो लेटर ऑफ इंटेंट लिखा है उसमें उन्होंने भारत में ओलंपिक गेम्स 2036 को आयोजित करने की अपनी इच्छा को जाहिर किया है। यदि आईओसी उन्हें मेजबानी का अधिकार देती है तो ऐसा पहली बार होगा जब भारत खेलों के इस महाकुंभ को आयोजित करेगा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार अपने भाषण में इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि भारत ओलंपिक 2036 की मेजबानी करना चाहता है। पीएम मोदी ने इस साल स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में कहा था कि यह देश का प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने यह भी पुष्टि की थी कि इसके लिए तैयारियां पहले से ही चल रही हैं।
हम अपने एथलीटों की उपलब्धियों से प्रेरित हैं जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में भारतीय ध्वज को गौरवान्वित किया है। पैरालिंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए जल्द ही एक बड़ा दल पेरिस के लिए रवाना होगा और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। साल 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना एक सपना है जिसके लिए हम सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इस समय आईओए में काफी उथल-पुथल भरा माहौल देखने को मिल रहा है, जिसमें अध्यक्ष पीटी ऊषा और कार्यकारी बोर्ड के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है। ऐसे में मेजबानी अधिकार को हासिल करना भारतीय ओलंपिक संघ के लिए आसान नहीं रहने वाला है। इस बार हुए पेरिस ओलंपिक में इंडियन एथलीट ने एक सिल्वर समेत 6 मेडल जीते थे।