नई दिल्ली: आईपीएल 2024 में लखनऊ सुपर जाएंट्स के तेज गेंदबाज मयंक यादव ने अपनी कहर बरपाती गेंदों से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया है। वह डेब्यू पर और इसके बाद वाले मैच में मैच विनिंग स्पेल के लिए प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वह लगातार 155 किमी प्रति घंटा से ऊपर की रफ्तार की गेंद फेंक रहे हैं और इस सीजन के सबसे तेज गेंदबाज भी बन चुके हैं। पूरी दुनिया में उनकी तारीफ हो रही है और उन्हें आईपीएल की नई खोज बताया जा रहा है। उनकी तुलना विश्व के सबसे तेज गेंदबाजों शोएब अख्तर और ब्रेट ली से हो रही है। इसी कड़ी में लखनऊ के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने शोएब अख्तर के मजे लिए हैं। लैंगर ने रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर अख्तर को उन्हीं के शब्दों के सहारे तंज कसा है।
अख्तर के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है। उन्होंने वनडे विश्व कप 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। वहीं, मयंक आईपीएल 2024 में अब तक 156.7 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंक चुके हैं। मयंक द्वारा सीजन की सबसे तेज गेंद फेंकने के बाद लैंगर ने अख्तर को उनके प्रसिद्ध डायलॉग में तंज कसा। लखनऊ सुपर जाएंट्स द्वारा शेयर किए गए वीडियो में लैंड अपने खास दोस्त शोएब अख्तर को कहते हैं- मेरे दोस्त शोएब मयंक ने फेंटा मार दिया। इसके बाद लैंगर से पूछा गया कि शोएब और मयंक में किसकी गेंद कि गति सबसे ज्यादा है? इस पर लैंगर कहते हैं- शोएब मयंक आपसे थोड़ा ज्यादा तेज हैं। लेकिन उन्होंने फेंटा मार दिया। इसके बाद लखनऊ के कोच हंसते हुए दिखते हैं। लैंगर पहली बार आईपीएल में कोचिंग कर रहे हैं। वह इसी साल लखनऊ से जुड़े हैं। वहीं, एलएसजी पेसर मयंक भी आईपीएल में अपना पहला सीजन खेल रहे हैं।
21 वर्षीय मयंक ने शनिवार को पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) के खिलाफ आईपीएल में डेब्यू किया था। उस मैच में उन्होंने 27 रन देकर तीन विकेट झटके थे। मयंक ने अपने डेब्यू गेम में 155.8 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी की थी। इसके बाद उन्होंने मंगलवार को आरसीबी के खिलाफ आईपीएल 2024 की सबसे तेज गेंद फेंककर अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ में सुधार किया। एलएसजी के तेज गेंदबाज ने ग्लेन मैक्सवेल और कैमरन ग्रीन के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। आरसीबी के खिलाफ मयंक ने 14 रन देकर तीन विकेट चटकाए। मयंक ने कहा था- मेरा लक्ष्य भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा खेलना है। इसलिए मुझे लगता है कि यह सिर्फ शुरुआत है।