नई दिल्ली: आईपीएल 2025 के शुरू होने से ठीक पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम को कप्तानों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक के दौरान बीसीसीआई ने लार के प्रयोग पर लगे हुए बैन को हटा दिया और अब यानी इस सीजन से गेंदबाज लार का प्रयोग कर सकेंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लार के प्रयोग पर बैन कोविड महामारी के दौरान लगाया गया था और उसके बाद से गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे थे, लेकिन इस सीजन में ऐसा नहीं होगा और गेंदबाज गेंद की चमक को बनाए रखने के लिए अपनी लार का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आईपीएल को रोमांचक बनाने के लिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम की शुरुआत की गई थी और बीसीसीआई ने फैसला किया है कि ये नियम इस सीजन में भी जारी रहेगा। यानी इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल इस सीजन में भी किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा आईपीएल के किसी मैच में दूसरी गेंद दूसरी पारी के 11वें ओवर में दी जाएगी। ऐसा ओस के प्रभाव को कम करने के लिए किया जाएगा। यानी ड्यू फैक्टर को देखते हुए दूसरी पारी में दो गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा।
लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने का फैसला लगभग तय माना जा रहा था, क्योंकि मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ी ने अधिकारियों से इस नियम को खत्म करने का आग्रह किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शमी ने हाल ही में दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के मैच के बाद कहा था कि हम हमेशा अधिकारियों से अनुरोध करते रहते हैं कि वे हमें लार का इस्तेमाल करने की अनुमति दें, ताकि मैच के दौरान स्विंग और रिवर्स का इस्तेमाल हो सके। उनकी इस बात का वर्नोन फिलेंडर और टिम साउथी जैसे खिलाड़ियों ने भी समर्थन किया था।
लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध कोविड-19 महामारी के दौरान लगाया गया था, जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस वायरस के प्रसार को कम करने के लिए प्रतिबंध लगाए थे। हालांकि अब ये महामारी खत्म हो चुका है और इसके बाद लार से प्रतिबंध हटाने की मांग की जा रही थी जिसमें शमी ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वहीं दूसरी पारी में गेंद को बदलने का फैसला अंपायरों पर छोड़ दिया गया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी के मुताबिक ये अंपायरों पर निर्भर करेगा कि दूसरी पारी में गेंद को बदलने की जरूरत है या नहीं। मैच के दौरान ओस की स्थिति क्या रहती है गेंद को बदलने का फैसला उस पर निर्भर करेगा।