नई दिल्ली: अब जबकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस साल नवंबर के आखिर या दिसंबर के शुरुआती महीने में होने वाली मेगा ऑक्शन की तैयारी कर रहा है, तो उससे पहले ही उसने बड़ा ऐलान किया है, जो सभी खिलाड़ियों को रोमांच से भर देगा. वर्तमान में बीसीसीआई (BCCI) के सचिव जय शाह ने अपने आधिकारिक X अकाउंट से पोस्ट करते हुए ऐलान किया कि अगले सीजन से खिलाड़ियों और हर फ्रेंचाइजी को मैच फीस भी मिलेगी. मतलब अनुबंध से अलग अब खिलाड़ियों को हर मैच के लिए फीस भी दी जाएगी, जो भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रति वनडे मैच से भी ज्यादा है. निश्चित तौर पर बोर्ड के फैसले से खासकर उन अनकैप्ड खिलाड़ियों को बहुत ही ज्यादा फायदा होगा, जिन्हें मूल रकम करीब 20 लाख पर खरीदा जाता है और जो बाकी अनुबंधित खिलाड़ियों की तुलना में एक सीजन में बहुत ही कम पैसा कमा पाते हैं.
वर्तमान में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सोशल मीडिया पर इस खबर को जारी करते हुए कहा, “आईपीएल में चैंपियनों के असाधारण प्रदर्शन और इसकी नियमितता का जश्न मनाते हुए हमने ऐतिहासिक फैसला लिया है. हम अपने खिलाड़ियों के लिए प्रति मैच 7.50 लाख रुपये प्रति मैच फीस की घोषणा करते हुए बहुत ही रोमांचित हैं. लीग के सभी मैच खेलने वाला खिलाड़ी अपने अनुबंध की रकम से अलग 1.05 करोड़ रुपये अलग से पाएगा.” निश्चित तौर पर बीसीसीआई के इस फैसले की जितनी भी प्रशंसा की जाए, वह कम है क्योंकि भारत के लिए टी-20 ही नहीं, बल्कि प्रति अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी को भी इतनी मैच फीस नहीं ही मिलती है.
जय शाह ने पोस्ट किए मैसेज में लिखा, “सीजन के लिए प्रत्येक फ्रेंचाइजी टीम मैच फीस के रूप में 12.60 करोड़ रुपये जारी करेंगी. यह आईपीएल और हमारे खिलाड़ियों के लिए एक नया दौर है!”, खिलाड़ियों को यह मैच फीस फ्रेंचाइटी टीमों को अपने पास से देनी होगी. इसका मतलब यह भी है कि आगामी सीजन के लिए टीमों के पर्स (पास रहने वाली रकम) अमाउंट में भी इजाफा कर सकता है.
जहां तक टीम इंडिया के लिए खिलाड़ियों की बात है, तो बोर्ड सभी सालाना अनुबंधित खिलाड़ियों को अलग से भी प्रति मैच फीस प्रदान करता है. इसके तहत प्रत्येक टेस्ट के लिए 15 लाख, प्रति वनडे 6 लाख और प्रत्येक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के के लिए खिलाड़ियों को तीन लाख रुपये मैच फीस मिलती है. बीसीसीआई के फैसले के बाद अब कम राशि पाने वाले युवा अनकैप्ड खिलाड़ी भी एक सीजन में कम से कम एक करोड़ रुपये की कमाई कर सकेंगे, तो इससे मैदान पर उनकी और बेहतर प्रतिबद्धता और एप्रोच देखने को मिलेगी. फैंस भी भारतीय बोर्ड के इस फैसले की जमकर सराहना कर रहे हैं.