नई दिल्ली: एक ही शहर, एक ही अकादमी में ट्रेनिंग और फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग में भारत का झंडा का शान लहराना ये एक संयोग ही है। ये कहानी है कि सुरुचि सिंह और मनु भाकर की। ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर के शहर से और उनकी ही अकादमी से एक और स्टार शूटर सुरुचि सिंह के तौर पर सामने आई हैं, जो कि लगातार गोल्ड पर गोल्ड जीत रही हैं। अब वर्ल्ड कप में सौरभ चौधरी के साथ डुओ शूटिंग में भी सुरुचि सिंह ने गोल्ड जीता है।
ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाकर की तरह ही सुरुचि सिंह एक स्वर्णिम भविष्य की स्क्रिप्ट लिखती नजर आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुरुचि ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर तब सभी का ध्यान आकर्षित किया जब उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल कॉम्पिटीशन में राष्ट्रीय खिताब जीता। सुरुचि ने फाइनल में 243.6 का शानदार स्कोर बनाया। उन्होंने डिफेंडिंग चैंपियन तक को पछाड़ दिया।
ISSF में जीता गोल्ड
इसी हफ्ते पेरू के लीमा में ISSF वर्ल्ड कप में सुरुचि ने एक बार फिर सीनियर वर्ग में अपना लगातार दूसरा गोल्ड जीता। इस बार उन्होंने मनु भाकर को ही हरा दिया। मनु भाकर के 242.3 के मुकाबले 243.6 अंक हासिल करके सुरुचि ने न सिर्फ शीर्ष स्थान हासिल किया, बल्कि यह भी बता दिया कि भारतीय शूटिंग में वो नई क्वीन हैं। मनु भाकर ने जिस अकादमी से शूटिंग का प्रशिक्षण लिया था, उसी से सुरुचि ने भी शुरुआती प्रशिक्षण लिया लेकिन दो साल पहले कोच बदल दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि इस फैसले ने उन्हें नए सिरे से फोकस करने का मौका दिया। सुरुचि सिंह ने कहा कि हमने अपनी तकनीक और टाइमिंग पर काम किया।
अपना रास्ता खुद बनाना चाहती हैं
लोग एक तरफ जहां सुरुचि में मनु भाकर की झलक देखते हैं तो दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 18 साल की सुरुचि का कहना है कि मनु की जर्नी प्रेरणादायक है लेकिन मैं अपना रास्ता खुद बनाना चाहती हैं। मनु भाकर और उसके बाद सुरुचि का पदक जीतना बता रहा है कि झज्जर में पनप रही शूटिंग का संकेत हैं और शूटिंग का फ्यूचर सुरक्षित हाथों में हैं।