लखनऊ,मैच के 55वें मिनट तक एक गोल से पिछडने के बाद भारत ने बेहतरीन वापसी का जबर्दस्त नजारा पेश करते हुए आज यहां स्पेन को 2-1 से हराकर जूनियर हाकी विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां कल उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा। खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर बेहद रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम ने दूसरे हाफ में गजब का आक्रामक खेल दिखाते हुए जीत दर्ज की। इसके साथ ही भारत ने 11 साल पहले राटरडम में जूनियर हाकी विश्व कप के कांस्य पदक के मुकाबले में स्पेन से मिली हार का बदला चुकता कर दिया।
मैच में शुरूआती 50 मिनट तक स्पेनिश टीम हावी रही जिसने गेंद पर नियंत्रण के मामले में बाजी मारी और भारतीयों को सर्कल में घुसने के ज्यादा मौके ही नहीं दिये। स्पेन के लिये 22वें मिनट में मार्क सेराहिमा ने गोल दागा । एक गोल से पिछडने के बाद भारतीयों ने जबर्दस्त पलटवार किये और दूसरे हाफ में पांच पेनल्टी कार्नर हासिल किये । इनमें से 55वें मिनट में पहले पेनल्टी कार्नर पर सिमरनजीत सिंह ने रिबाउंड पर गोल दाबा जबकि 65वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने ड्रैग फ्लिक पर विजयी गोल दागा। भारी तादाद में जमा दर्शकों को भी देनी होगा जिन्होंने एक गोल गंवाने के बावजूद टीम का साथ नहीं छोड़ा। दर्शक दीर्घा में चारों तरफ से वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारों के साथ तिरंगे लहराते दिख रहे थे। वहीं जीत के बाद टीम ने बाजीराव मस्तानी के विजय गीत ‘मल्हारी’ की धुन के बीच मैदान का चक्कर लगाया।
मैच की शुरूआत में भारत को चौथे ही मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं बदल सके। इसके चार मिनट बाद वह फिर चूके। इस बीच स्पेन ने लगातार हमले बोलना जारी रखा और 22वें मिनट में उसे इसका फायदा पहले पेनल्टी कार्नर के रूप में मिला जिसे मार्क ने गोल में बदला। भारत के लिये 25वें मिनट में संता सिंह के पास पर मनदीप ने गेंद गोल के भीतर डाली लेकिन स्काटिश अंपायर डेविड स्वीटमैन ने इसे अमान्य करार दिया। पहले हाफ में स्पेन ने 1-0 से बढत बना ली थी। दूसरे हाफ में भारतीयों ने जवाबी हमले तेज किये और 45वें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचे जब कप्तान हरजीत सिंह ने विक्रमजीत सिंह को सर्कल के भीतर गेंद सौंपी और उन्होंने गुरजंत को पास दिया जो गेंद पकड़ नहीं सके । इस बीच भारत को अगले दो मिनट में मिले दो पेनल्टी कार्नर बेकार गए।