कानपुर। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के रिकॉर्ड प्रदर्शन से भारत ने रविवार (25 सितंबर) को यहां बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए उतरे न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम को झकझोर कर पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में बड़ी जीत की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए। भारत ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 377 रन पर समाप्त घोषित करके न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 434 रन का लक्ष्य रखा। न्यूजीलैंड ने इसके जवाब में चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 93 रन बनाए हैं। वह अभी लक्ष्य से 341 रन पीछे है। स्टंप उखड़ने के समय ल्यूक रोंची 38 और मिशेल सैंटनर आठ रन पर खेल रहे थे। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिये अश्विन का सामना करना मुश्किल रहा जिन्होंने अब तक 68 रन देकर तीन विकेट लिये हैं। अपना 37वां टेस्ट मैच खेल रहे अश्विन ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट भी पूरे किए। वह ऑस्ट्रेलिया के क्लेरी ग्रिमेट (36 मैच) के बाद सबसे कम मैचों में इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी बने।
भारत ने सुबह अपनी पारी एक विकेट पर 159 रन से आगे बढ़ाई। उसकी तरफ से चेतेश्वर पुजारा (78), मुरली विजय (76), रोहित शर्मा (नाबाद 68) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 50) ने अर्धशतक जमाए। विजय और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 133 रन जोड़े जबकि रोहित और जडेजा ने स्पिनरों की मददगार पिच पर छठे विकेट के लिए 100 रन की अटूट साझेदारी निभायी। विशाल लक्ष्य के सामने न्यूजीलैंड की शुरुआत बहुत खराब रही और जब उसका स्कोर केवल तीन रन था तब उसके दोनों सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल (शून्य) और टाम लाथम (दो) पवेलियन कूच कर गए थे। इन दोनों को अश्विन ने आउट किया। गुप्टिल फिर से नाकाम रहे। उन्होंने स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में सिली प्वॉइंट पर कैच दिया। नयी गेंद संभालने वाले अश्विन ने अपने इस दूसरे ओवर में लाथम को भी पगबाधा आउट किया।
अश्विन ने इसके बाद कीवी कप्तान केन विलियमसन (25) और रोस टेलर (17) के बीच चली 40 रन की साझेदारी को तोड़कर भारत की अपने 500वें टेस्ट मैच में जीत की उम्मीदों को पंख लगा दिए। इन दोनों ने कुछ विश्वसनीय अपीलों से बचते हुए 14 ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया था। अश्विन ने विलियमसन को टर्न लेती गेंद पर छकाकर पगबाधा आउट करके टेस्ट क्रिकेट में अपने 200 विकेट पूरे किए। टेलर भी इसके बाद पवेलियन लौट गए लेकिन वह बड़े अजीबोगरीब तरीके से रन आउट हुए। वह सुरक्षित क्रीज तक पहुंच गए थे लेकिन उन्होंने बल्ला क्रीज पर नहीं रखा और उससे पहले उमेश यादव का थ्रो विकेट पर लग चुका था। रोंची ने भी भारतीय बल्लेबाजों से सीख लेकर आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने अब तक अपनी पारी में 58 गेंदों का सामना करके चार चौके और एक छक्का लगाया है। सैंटनर ने एक छोर संभाले रखकर उनका बखूबी साथ दिया और अब तक वह 50 गेंदों का सामना कर चुके हैं।
जडेजा ने बेहद किफायती गेंदबाजी लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला। उन्होंने अब तक 14 ओवर में केवल आठ रन दिये हैं। अभी तक दस मेडन ओवर करने वाले बायें हाथ के इस स्पिनर ने अपने आखिरी आठ ओवरों में केवल एक रन दिया। इससे पहले भारत ने शुरूआती सत्र में कल के दोनों अविजित बल्लेबाजों विजय और पुजारा के अलावा कप्तान विराट कोहली (18) का भी विकेट गंवाया। दूसरे सत्र में अजिंक्य रहाणे (40) पवेलियन लौटे लेकिन इसके बाद रोहित और जडेजा ने कीवी गेंदबाजों को काफी निराश किया। जडेजा ने सैंटनर की गेंद पर एक रन लेकर जैसे ही अपना अर्धशतक पूरा किया जिसके तुरंत बाद कोहली ने पारी समाप्त की घोषणा कर दी। अंपायरों ने भी तुरंत ही चाय का विश्राम घोषित कर दिया। जडेजा ने अपने बल्ले को तलवार की तरह हवा में लहराकर अर्धशतक का जश्न मनाया और फिर रोहित के साथ पवेलियन की तरफ लौटे।
रोहित और जडेजा ने विपरीत अंदाज में बल्लेबाजी की। सैंटनर ने रहाणे को पगबाधा आउट किया जिसके बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज जडेजा ने क्रीज पर कदम रखा। उन्होंने अधिक आक्रामक अंदाज में रन बटोरे जिससे भारत दूसरे सत्र में 125 रन जोड़ने में सफल रहा। रोहित ने 93 गेंदों पर आठ चौके लगाए जबकि जडेजा की 58 गेंद की पारी में दो चौके और तीन छक्के शामिल हैं। भारतीय टीम ने सुबह के सत्र में 93 रन जोड़े और इस तरह से अपनी बढ़त 300 रन के पार पहुंचाई। कीवी कप्तान विलियमसन ने स्पिनर ही लगाए रखे। उसकी तरफ से बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर ने 79 रन देकर दो और लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने 99 रन देकर दो विकेट लिए। ऑफ स्पिनर मार्क क्रेग (80 रन देकर एक विकेट) ने एक विकेट हासिल किया।
विजय और पुजारा ने सुबह 10 ओवर बल्लेबाजी की लेकिन बायें हाथ के स्पिनर सैंटनर ने विजय को पगबाधा आउट करके दूसरे विकेट की 133 रन की साझेदारी तोड़ी। विजय अपने कल (शनिवार, 24 सितंबर) के स्कोर में 12 रन ही जोड़ पाए। उन्होंने 170 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का जड़ा। कोहली ने आते ही ईश सोढ़ी की शार्ट गेंद को मिडविकेट बाउंड्री पर चार रन के लिए भेजा। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को अच्छा टर्न और उछाल मिल रहा था जिससे भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी हुई।