लंदन। विराट कोहली की कप्तानी में 39वें टेस्ट (साउथैंप्टन) में पहली बार ऐसा हुआ था कि उन्होंने लगातार दो टेस्ट में एक जैसी ही टीम खिलाई थी, लेकिन उसमें मिली हार के बाद टीम इंडिया एक बार फिर से परिवर्तन को तैयार है। रविचंद्रन अश्विन पूरी तरह फिट नहीं हैं और उन्होंने बुधवार को अभ्यास सत्र में गेंदबाजी नहीं की। साउथैंप्टन में उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 37.1 ओवर गेंदबाजी की और सिर्फ एक विकेट हासिल कर सके। इसके अलावा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। इनकी जगह रवींद्र जडेजा और हनुमा विहारी को शुक्रवार से शुरू होने वाले पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में मौका दिया जा सकता है। हनुमा विहारी को अगर इस टेस्ट में खेलने का मौका मिलता है तो ये उनका डेब्यू टेस्ट मैच होगा।
चार दिन में चौथा टेस्ट गंवाने के बाद भारतीय टीम मंगलवार को लंदन पहुंची और बुधवार को अभ्यास किया। अगर उसके अभ्यास के पैटर्न को देखें तो लगता नहीं कि विराट कोहली और टीम प्रबंधन खराब प्रदर्शन के कारण ऊपरी क्रम में परिवर्तन करना चाहता है। एक धड़ा जरूर असफल केएल राहुल की जगह युवा पृथ्वी शॉ को खिलाने की बात कर रहा है, लेकिन बुधवार को उन्हें नेट पर बहुत देर बाद उतारा गया। सबसे पहले बल्लेबाजी का अभ्यास करने ओपनर शिखर धवन, राहुल और तीसरे नंबर के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा उतरे। इस दौरान विराट नेट से बाहर अभ्यास कर रहे थे। केदार जाधव उन्हें अभ्यास करा रहे थे।
बुधवार के अभ्यास की रोचक बात हुनमा विहारी का छठे नंबर पर अभ्यास करना था। भारत-ए, अंडर-19 और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल चुके 24 वर्षीय इस खिलाड़ी ने जमकर अभ्यास किया। वैसे छठे नंबर पर हार्दिक पांड्या उतरते हैं, लेकिन बुधवार के अभ्यास में हनुमा को पांड्या से पहले उतारा गया। हनुमा दायें हाथ से बल्लेबाजी के साथ ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करते हैं। उन्हें और शॉ को आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम से जोड़ा गया, लेकिन अभी तक इन दोनों में से किसी को कोई मौका नहीं मिला है।