नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर डेविड वॉर्नर पर 2018 में सैंडपेपर विवाद के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कप्तानी पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। इस साल की शुरुआत में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उनसे यह बैन हटा लिया गया है। अब वह बीग बैश लीग समेत क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA)के अन्य टूर्नामेंट में कप्तानी कर सकते हैं। बीबीएल में वह 13 साल पहले एक मैच में कप्तानी कर चुके हैं। वॉर्नर इस महीने की शुरुआत में तीन सदस्यीय पैनल के सामने पेश हुए और मूल प्रतिबंध की शर्तों में संशोधन के लिए अपना पक्ष रखा। एलन सुलिवन केसी, जेफ ग्लीसन केसी और जेन सीराइट वाले पैनल ने सर्वसम्मति से पाया कि वॉर्नर ने 2018 के प्रतिबंध को हटाने के लिए सभी मानदंडों को पूरा किया है और यह निर्णय तुरंत से प्रभावी है।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टूर्नामेंट में नेतृत्व पद लेने के लिए पात्र
पैनल ने वॉर्नर की इस दलील से सहमति जताई कि साढ़े छह साल पहले लगाया गया प्रतिबंध का उद्देश्य पूरा हो चुका है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने केपटाउन में बॉल टेम्परिंग की घटनाओं के बाद लगाए गए प्रतिबंध को चुनौती देने वाले पूर्व टेस्ट ओपनर बल्लेबाज का विरोध नहीं किया। बोर्ड ने पुष्टि की कि वह अब सभी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टूर्नामेंट में नेतृत्व पद लेने के लिए पात्र हैं।
सिडनी थंडर की कप्तानी कर चुके हैं वॉर्नर
37 वर्षीय वॉर्नर सैंडपेपर स्कैंडल के समय ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के उप-कप्तान थे। वह पहले अपनी बीबीएल टीम सिडनी थंडर का नेतृत्व कर चुके हैं, जिससे वह बीबीएल 14 के लिए अनुबंधित हैं। वह आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद और हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर चुके हैं। वॉर्नर ने 2011 में सिडनी थंडर की कप्तानीम मेलबर्न स्टार्स के खिलाफ एमसीजी में किया था। पिछली गर्मियों में थंडर की कप्तानी ऑलराउंडर क्रिस ग्रीन ने की थी, जिन्होंने जेसन संघा की जगह ली थी।