नई दिल्ली: वर्ल्ड चैंपियन भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने कहा है कि न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू सरजमीं पर हार टीम इंडिया के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ज्यादा शर्मनाक हार थी। हालांकि, उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की आलोचना करने वालों में शामिल होने से इन्कार कर दिया। रोहित शर्मा की तरह युवराज ने भी मीडिया पर निशाना साधा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिडनी टेस्ट से बाहर रहने के बाद रोहित शर्मा ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कोई लैपटॉप, कलम या माइक लेकर उनका भविष्य तय नहीं करेगा।
अब युवराज सिंह ने कहा कि मीडिया का काम खिलाडियों के बारे में बुरा-भला कहना है। उनका काम अपने दोस्तों और भाइयों का साथ देना है। वे उनके परिवार हैं। भारत ने पिछले कुछ महीनों में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। इसमें उसे घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा, जो टीम के टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ। इसके बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। दोनों ही सीरीज में टीम की बल्लेबाजी कमजोर साबित हुई, खासतौर पर रोहित और कोहली की।
बीजीटी हारना फिर भी स्वीकार्य, घर पर हराना नहीं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युवराज ने कहा, ” मेरे हिसाब से न्यूजीलैंड से हारना ज्यादा दुखदायी है। क्योंकि वे अपने घर में 0-3 से हार रहे हैं। आप जानते हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। बीजीटी हारना फिर भी स्वीकार्य है क्योंकि आप ऑस्ट्रेलिया में दो बार जीत चुके हैं। इस बार आप हार गए। मेरा मानना है कि पिछले कई वर्षों से ऑस्ट्रेलिया एक प्रभावशाली टीम रही है।”
कोहली-रोहित का बचाव
कोहली ने सीरीज के दौरान कम से कम एक शतक लगाया, लेकिन जब भी उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर की ओर गेंद फेंकी गई, तो वे आउट हुए। रोहित का प्रदर्शन इससे भी खराब रहा और वे सिर्फ 31 रन ही बना पाए और उन्हें अंतिम टेस्ट से बाहर होना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युवराज ने कहा कि दोनों की पिछली उपलब्धियों को देखते हुए उनकी आलोचना करना अनुचित है।
रोहित-कोहली को हमसे ज्याद चोट लगी होगी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युवराज ने कहा, “हम अपने महान खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में बात कर रहे हैं। हम उनके बारे में बहुत बुरी बातें कह रहे हैं। लोग भूल जाते हैं कि उन्होंने अतीत में क्या किया है। वे इस समय के महानतम क्रिकेटरों में से एक हैं। ठीक है, वे हार गए, उन्होंने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला। उन्हें हमसे ज्यादा चोट लगी होगी।”
गौतम गंभीर पर भी पूरा भरोसा
युवराज ने उम्मीद जतायी कि भारत मजबूती से वापसी करेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ रोहित और कोहली पर ही नहीं बल्कि नये मुख्य कोच गौतम गंभीर पर भी पूरा भरोसा है, जो पूर्व में उनके साथी भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा, ” मुझे लगता है कि कोच के तौर पर गौतम गंभीर, चयनकर्ता के तौर पर अजीत अगरकर; रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह सभी इस समय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। और उन्हें यह तय करना है कि भविष्य में भारतीय क्रिकेट का क्या रास्ता होगा।”
रोहित ने निस्वार्थ काम किया
युवराज सिंह ने सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखने के लिए रोहित की सराहना करते हुए कहा कि यह निस्वार्थ काम था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ी बात है। मैंने पहले कभी नहीं देखा कि कप्तान का फॉर्म ठीक नहीं चल रहा हो और वह खुद बाहर चला गया हो। यह रोहित शर्मा की महानता है कि उन्होंने टीम को खुद से आगे रखा है। मुझे लगता है कि वह एक महान कप्तान हैं। चाहे जीत हो या हार, वह हमेशा एक महान कप्तान रहेंगे। उनकी कप्तानी में, हमने (वनडे) विश्व कप फाइनल खेला है। हमने एक टी20 विश्व कप जीता है। हमने बहुत कुछ हासिल किया है। “
मेरा काम अपने दोस्तों और भाइयों का समर्थन करना
युवराज ने आलोचकों से टीम के प्रदर्शन की आलोचना करते समय संयम बरतने का आग्रह किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ” मैं खेल का स्टूडेंट था और अब भी मैं खेल का स्टूडेंट हूं। मैंने जितना क्रिकेट खेला है, उन्होंने मुझसे ज्यादा क्रिकेट खेला है। मैं अपनी राय दे सकता हूं। मेरी राय यह है कि जब खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं, तो उनके बारे में बुरा कहना आसान होता है। लेकिन उनका समर्थन करना बहुत मुश्किल होता है। मीडिया का काम उनके बारे में बुरा कहना है। मेरा काम अपने दोस्तों और भाइयों का समर्थन करना है। मेरे लिए वे मेरा परिवार हैं। ” बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद हरभजन सिंह ने रोहित शर्मा और विराट कोहली की आलोचना की।