नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ के लिए यह समय अच्छा नहीं है। आईपीएल में अनसोल्ड में रहने के बाद उन्हें मुंबई ने भी टीम से ड्रॉप कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विजय हजारे ट्रॉफी में न चुने जाने के बाद शॉ ने इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट करके अपने रिकॉर्ड गिनवाए थे। इस मामले पर एमएसीए के अधिकारी ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि शॉ के कारण टीम को नुकसान हो रहा था।
फिटनेस पर सवाल
एमसीए के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि खराब फिटनेस, रवैये और अनुशासन मसले के कारण कई बार टीम को मैदान पर उसे छिपाने पर मजबूर होना पड़ता था। वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अधिकारी ने कहा ,‘‘ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम दस फील्डरों के साथ खेल रहे थे क्योंकि शॉ को छिपाना पड़ता था। गेंद उसके पास से निकल जाती थी और वह पकड़ नहीं पाता था।’’
अनुशासन में नहीं रहते पृथ्वी शॉ
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा ,‘‘बल्लेबाजी के दौरान भी उसे गेंद तक पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। उसकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है और अलग अलग खिलाड़ी के लिये अलग नियम नहीं हो सकते। टीम में सीनियर खिलाड़ी भी उसके रवैये की शिकायत करने लगे थे ।’’
मैदान के बाहर की हरकतों पर चर्चा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शॉ नियमित तौर पर अभ्यास सत्रों से नदारद रहे और पूरी रात बाहर रहने के बाद सुबह छह बजे टीम होटल पहुंचते थे। अधिकारी ने कहा कि मैदान से बाहर की हरकतों के कारण अधिक चर्चा में रहने वाले शॉ अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं और इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट से उनका कुछ भला नहीं होने वाला। इससे पहले अक्टूबर में मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से भी शॉ को इन्हीं कारणों से बाहर कर दिया गया था।