नई दिल्ली। मेलबर्न में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 137 रनों से पीट दिया है। इसी के साथ ही विराट की सेना ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से अजेय बढ़त हासिल कर ली है। भारत ने 37 साल बाद मेलबर्न में कोई टेस्ट मैच जीता है। आखिरी बार भारत को 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में जीत मिली थी। मौजूदा दौरे पर यह भारत की दूसरी जीत है। इससे पहले भारत ने एडिलेड टेस्ट 31 रनों से जीता था। ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत को सातवीं जीत हासिल हुई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया पर 137 रन की जीत के बाद अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की। जसप्रीत बुमराह ने दूसरी पारी में 53 रन पर तीन विकेट जबकि मैच में 86 रन देकर नौ विकेट चटकाए।
बुमराह का खुलासा- इस वजह से MCG में लगाया विकेटों का सिक्सर
जसप्रीत बुमराह ने कहा कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में धीमी पिचों पर रिवर्स स्विंग हासिल करने के अनुभव ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) की पिच पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके छह विकेट झटकने में मदद की, जिससे भारतीय टीम अच्छी स्थिति में पहुंच गई। बुमराह ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15.5 ओवरों में 33 रन देकर छह विकेट चटकाए, जिससे उपमहाद्वीप में वह एक ही वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में पांच या इससे ज्यादा विकेट चटकाने वाले पहले गेंदबाज बन गए।
25 साल के बुमराह ने शुक्रवार को कहा, ‘जब मैं वहां गेंदबाजी कर रहा था, विकेट काफी धीमी हो गया था और गेंद मुलायम हो गई थी। मैंने धीमी गेंद फेंकने की कोशिश की। सोचा कि यह नीचे जाएगी या फिर शॉर्ट कवर पर जाएगी। पर यह कारगर रहा, क्योंकि गेंद ने रिवर्स करना शुरू कर दिया था,’ उन्होंने कहा, ‘जब हम अपनी सरजमीं पर इसी तरह के विकेट पर खेलते थे, तो गेंद रिवर्स होती थी। इसलिए आप इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करते हो। हम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने अनुभव का इस्तेमाल यहां भी करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि प्रथम श्रेणी क्रिकटमें हमें रिवर्स स्विंग गेंद फेंकने का अच्छा अनुभव है, यही योजना थी।’