नई दिल्ली। भारतीय टीम भले ही फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप में खिताब की दावेदार न हो, लेकिन मिडफील्डर सुरेश सिंह वांगजाम को भरोसा है कि घरेलू माहौल में खेलने से उन्हें मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि टीम का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है और हमारे लिए नॉकआउट में जगह बनाना असंभव नहीं है। भारतीय टीम टूर्नामेंट में पहला मैच 6 अक्तूबर को नई दिल्ली में अमेरिका के साथ खेलेगी।
खुद पर भरोसा: मणिपुर के स्टार मिडफील्डर सुरेश भारतीय टीम के सबसे दमदार खिलाडियों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य कोच लुई नोर्टन डि माटोस हमेशा ही कहते रहे हैं कि नॉकआउट में जगह बनाना मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं है। उन्होंने टीम में जीत दर्ज करने का भरोसा कायम किया है। वह टीम की ओर से सबसे ज्यादा मुकाबले खेलने वाले खिलाडियों में से भी हैं। उन्होंने कहा, यह मेरा पहला वर्ल्ड कप है और मैं नहीं जानता कि क्या होगा। लेकिन हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब हम विश्व कप में नेशनल टीम की जर्सी पहनेंगे।
कड़ी तैयारी: सुरेश से जब टूर्नामेंट में भारत के मौके के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, टीम कभी भी मैच हारने की तैयारी नहीं करती है। हम जीतने की तैयारी कर रहे हैं। यह हमारा घरेलू मैदान है और यह हमारे लिए काफी फायदेमंद चीज है। सुरेश ने 2016 ब्रिक्स कप और एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप में टीम की अगुवाई की थी। उन्होंने कहा, हमने विदेश दौरे भी किए और मैच खेले। हम सर्वश्रेष्ठ करना चाहते हैं।