नेपियर। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी आस्ट्रेलिया में अपनी शानदार गेंदबाजी से कहर मचाने के बाद बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे इंटरनेशनल में कमाल की गेंदबाजी की. इस दौरान वह सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए. शमी ने अपने वनडे करियर के 56वें वनडे मैच में यह आंकड़ा पार किया. उन्होंने न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल को अपना सौवां शिकार बनाया.
नेपियर वनडे में तीन विकेट (6-2-19-3) लेकर ‘मैन ऑफ द मैच’ बने शमी अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हैं. भारत की ओर से सबसे कम वनडे मैचों में 100 विकेट पूरे करने की इस उपलब्धि को उन्होंने अपनी तीन साल की बेटी आयरा के नाम किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है- I Dedicate this feat 🎖💯 to my angel 👼🏻 Daughter. (यह उपलब्धि मेरी परी बेटी को समर्पित है)
पिछले साल पत्नी हसीन जहां से विवाद के बाद शमी को बड़ा झटका लगा था, लेकिन उन्होंने अपने करियर को बचा लिया. ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूजीलैंड दौरे में शानदार प्रदर्शन से उन्होंने अपने आलोचकों को चुप कराया है. उन्होंने कहा, ‘ मैंने लंबे समय बाद वापसी की और रिहैबिलिटेशन सेंटर में काफी समय बिताया. प्रबंधन और सहयोगी स्टाफ काफी सहयोगी था और कप्तान विराट कोहली ने हमेशा मेरी हौसला अफजाई की.’
56वें वनडे मैच में किया विकटों का सेंचुरी
28 साल के शमी से पहले इरफान पठान ने 59 वनडे में 100 विकेट पूरे किए थे. जहीर खान ने 65, अजित अगरकर ने 67 और जवागल श्रीनाथ ने 68 मैचों में वनडे विकेटों का शतक पूरा किया था. शमी ने कहा,‘हमने अब तक जो कुछ भी हासिल किया है, वह टीम प्रयासों से किया है. हमने एक-दूसरे की कामयाबी का लुत्फ उठाया है और अपनी रणनीति पर अमल करने में कामयाब रहे. एक रणनीति के नाकाम रहने पर हमारे पास दूसरी होती है. गेंदबाजी में भी हम मिलकर फैसले लेते हैं.’
उन्होंने कहा ,‘चोटों ने मेरा नजरिया बदल दिया. ऑस्ट्रेलिया में पिचें ऐसी ही थीं, लेकिन मैदान बड़े थे और मौसम गर्म था. यहां मैदान छोटे हैं और मौसम सुहाना है. हालात के अनुकूल ढलना और खेल का मजा लेना अहम है.’