नई दिल्ली: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का तीसरा फाइनल जून में लंदन के द लॉर्ड्स में खेला जाएगा। यह फाइनल ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच होगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह पहला मौका है जब भारतीय टीम फाइनल में जगह नहीं बना पाई। भारतीय फैंस इस बात से काफी निराश थे। भारत के फाइनल में न पहुंचने का नुकसान सिर्फ बीसीसीआई को ही नहीं बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को भी हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत के फाइनल में न पहुंचने के कारण उन्हें टिकट की कीमत कम करनी पड़ी। आयोजकों ने शुरू में टिकटों की कीमत अधिक रखी थी, क्योंकि उनका मानना था कि भारतीय फैंस की मांग सप्लाई से अधिक होगी, लेकिन भारत की अनुपस्थिति ने मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) द्वारा होने वाले वित्तीय लाभ को काफी हद तक कम कर दिया है। इससे वैश्विक खेल में भारतीय क्रिकेट के वित्तीय प्रभाव को दिखाया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत की भागीदारी की उम्मीद करते हुए, लॉर्ड्स ने शुरू में टिकटों की कीमत प्रीमियम दरों पर तय की थी, उन्हें विश्वास था कि भारतीय क्रिकेट समर्थकों की मांग आपूर्ति से ज़्यादा होगी। हालांकि, जब यह स्पष्ट हो गया कि भारत फाइनल में नहीं खेलेगा, तो एमसीसी ने टिकट की कीमतें कम करने का विकल्प चुना। इस निर्णय का उद्देश्य यही था कि कीमत बढ़ाकर स्टेडियम खाली रखने से बेहतर है कि कीमत कम रखी जाए ताकी स्टेडियम भरा रहे।’
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए कीमत कम करने का निर्णय इस साल लिया गया, जिसके तहत अब टिकटें £40 से £90 के बीच बेची जा रही हैं जो कि मूल कीमत से लगभग £50 सस्ती हैं, जिससे राजस्व में होने वाले नुकसान का अनुमान लगाया जा सकता है।