नई दिल्ली
रेड बॉल क्रिकेट के प्रति खिलाड़ियों की रुचि बढ़ाने के लिए बीसीसीआई एक बड़ा कदम उठा सकता है। हाल ही में एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि बोर्ड डोमेस्टिक और इंटरनेशनल लेवल पर रेड बॉल क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस तीन गुना तक बढ़ सकता है। ऐसे में रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ी 75 लाख तक और भारत के लिए एक साल में सभी टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी 15 करोड़ तक की मोटी कमाई कर सकते हैं। बीसीसीआई इस फैसले को लेकर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ से बात कर रहा है।
बीसीसीआई ने हाल ही में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया है जिसमें ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों का नाम नहीं है। ईशान किशन ने पिछले साल के अंत में क्रिकेट से ब्रेक लिया था जिसके बाद वह किसी तरह का कोई कॉम्पिटेटिव क्रिकेट खेलते नहीं दिखाई दिए। उन्हें गुजरात में पांड्या ब्रदर्स के साथ आईपीएल की तैयारी करते हुए जरूर देखा गया, मगर उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भाग नहीं लिया। वहीं श्रेयस अय्यर ने पीठ में अकड़न का बहाना देते हुए रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया, जबकि एनसीए उन्हें फिट घोषित कर चुका है।
"बोर्ड ने भारतीय टीम प्रबंधन से सिफारिशें मांगी हैं। वे खेल के सबसे लंबे प्रारूप की पवित्रता बनाए रखने के लिए बहुत आक्रामक रुख अपना रहे हैं। यह जरूरी है कि जो खिलाड़ी प्रथम श्रेणी क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध हैं, उन्हें आईपीएल क्रिकेट के समान स्तर पुरस्कृत किया जाए। इसका मतलब यह होगा कि मौजूदा मैच फीस को कई गुना बढ़ाना होगा।"
सूत्र ने आगे कहा, "सिफारिशें टेस्ट मैच और प्रथम श्रेणी फीस को तीन गुना बढ़ाने की तर्ज पर हैं। विचार यह है कि यदि कोई खिलाड़ी पूरी रणजी ट्रॉफी खेलता है, तो उसे लगभग 75 लाख रुपये कमाने में सक्षम होना चाहिए जो औसत आईपीएल अनुबंध के बराबर है। यह भी सुझाव भी दिया गया है कि यदि कोई खिलाड़ी एक वर्ष में सभी टेस्ट मैच खेलता है, तो उसे 15 करोड़ रुपये कमाने में सक्षम होना चाहिए जो कि किसी भी प्रमुख आईपीएल अनुबंध के बराबर है।"
सूत्र ने आगे यह भी कहा कि बोर्ड एक बार में तीन गुना तक मैच फीस बढ़ाने पर सहमत नहीं हो सकता है ऐसे में वह एक मिड पॉइंट ढूढ रहा है। बोर्ड चाहता है कि मैच फीस बढ़े यही कारण है कि मौजूदा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के साथ मैच फीस का ऐलान नहीं किया गया है।
मौजूदा समय में रणजी ट्रॉफी के सभी 10 मुकाबले खेलने वाला खिलाड़ी 25 लाख रुपए तक की कमाई कर लेता है जो लगभग आईपीएल के बेस प्राइज के बराबर है। वहीं भारतीय खिलाड़ियों को हर एक टेस्ट के लिए 15 लाख रुपए की फीस मिलती है।