नई दिल्ली: भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के जैवलिन थ्रो इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में अपने पहले ही थ्रो में फाइनल में जगह बना ली। नीरज चोपड़ा समेत कुल 12 खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाई है जिनके बीच गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल के लिए फाइट होगी। जिन 12 खिलाड़ियों ने इस इवेंट के फाइनल में जगह बनाई है उनमें सबसे लंबा थ्रो फेंककर नीरज चोपड़ा पहले स्थान पर रहे।
नीरज ने जिस तरह से क्वालिफिकेनशन राउंड में प्रदर्शन किया उसके बाद उम्मीद की जा रही है कि वो भारत के लिए गोल्ड जीत सकते हैं, लेकिन इस इवेंट के लिए जो अन्य खिलाड़ी फाइनल में आए हैं उन्हें भी कम नहीं आंका जा सकता है। हालांकि अगर क्वालिफिकेशन राउंड पर नजर डालें तो नीरज को सबसे बड़ी टक्कर इन 3 खिलाड़ियों से मिलती हुई नजर आ रही है।
जैवलिन थ्रो के क्वालिफिकेशन राउंड में अपने बंपर थ्रो 89.34 मीटर के साथ नीरज चोपड़ा पहले नंबर पर रहे, लेकिन उनके अलावा कुछ अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा। इस राउंड में दूसरे नंबर पर जर्मनी के पीटर्स एंडरसन रहे जिन्होंने 88.63 मीटर का थ्रो फेंका जबकि तीसरे नंबर पर ही जर्मनी के ही वेबर जूलियन रहे जिन्होंने 87.76 का थ्रो फेंका। इस लिस्ट में चौथे नंबर पर पाकिस्तान के अरशद नदीम रहे जिनका थ्रो 86.59 मीटर दूर गया। नीरज को इन तीन खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है।
नीरज चोपड़ा भारत की उम्मीदों का बोझ लेकर जैवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में मैदान पर 8 अगस्त को उतरेंगे। ये मुकाबला भारतीय समय के मुताबिक रात 11.30 बजे से शुरू होगा। इस साल नीरज ने सिर्फ तीन इवेंट में हिस्सा लिया था, लेकिन जिस तरह से उन्होंने फॉर्म दिखाया है उसके बाद उन्हें जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल का बड़ा दावेदार माना जा रहा है। इस मैच का लाइव टेलीकास्ट स्पोर्ट्स 18 पर किया जाएगा जबकि इसकी लाइव स्ट्रिमिंग जियो सिनेमा पर होगी।
जैवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंचने वाले 12 प्लेयर
नीरज चोपड़ा, भारत- 89.34
पीटर्स एंडरसन, जर्मनी- 88.63
वेबर जूलियन, जर्मनी- 87.76
अरशद नदीम, पाकिस्तान- 86.59
येगो जूलियस, केन्या, 85.97
दा सिल्वा लुइज मौरिसियो, ब्राजील- 85.91
वडलेज्च जकूब, चेक रिपब्लिक- 85.63
केरानेन टोनी, फिनलैंड- 85.27
मार्डारे एन्ड्रियन- रिपब्लिक ऑफ मॉलदोवा- 84.13
हेलैंडर ओलिवर, फिनलैंड- 83.81
वाल्कोट केशोर्न, त्रिनदाद एंड टौबेगो- 83.02
एतेलाटालो लस्सी, फिनलैंड- 82.91