नई दिल्ली: भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के जैवलिन थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। नीरज अपने गोल्ड मेडल का बचाव नहीं कर सके लेकिन अपने देश के लिए इस ओलंपिक का पहला सिल्वर मेडल जरूर जीत लिया। दो बार गोल्ड मेडल जीतने में विफल रहे नीरज चोपड़ा का पहला थ्रो फाउल था। इसके बाद उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का थ्रो किया। यह उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। इसी थ्रो ने उन्हें सिल्वर मेडल दिलाया। इसके अलावा उनके बाकी थ्रो फाउल रहे।
26 साल के नीरज चोपड़ा टोक्यो 2020 के अपने स्वर्ण पदक में रजत पदक जोड़ने के बाद भारत के चौथे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता बन गए। उनसे पहले सुशील कुमार, पीवी सिंधु और मनु भाकर ने ही यह उपलब्धि हासिल की है। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में ही दो कांस्य पदक जीते हैं।हालांकि आजादी से पहले नॉर्मन प्रिकॉर्ड ने भारत के लिए दो मेडल जीते थे लेकिन वह भारतीय नहीं थे ब्रिटेन के रहने वाले थे।
अरशद नदीम ने बाकी सभी को पछाड़कर ओलंपिक पुरुष भाला फेंक में स्वर्ण पदक हासिल किया। अरशद नदीम ने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था। अरशद नदीम बार्सिलोना 1992 के बाद से पाकिस्तान के पहले ओलंपिक पदक विजेता बने। उन्होंने अपने अंतिम प्रयास में 91.79 मीटर के विशाल थ्रो के साथ प्रतियोगिता का अंत किया। नदीम का अंतिम थ्रो ही डेनमार्क के एंड्रियास थोरकिल्डसन (बीजिंग 2008 में 90.57 मीटर) के ओलंपिक रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए काफी था। दो बार के विश्व चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। उन्होंने अपने चौथे प्रयास में चेकिया के याकूब वाडलेच को पोडियम स्थान से हटाया।
paris olympics में जैवलिन थ्रो के फाइनल में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों का लेखा-जोखा