नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट 2025 में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला 23 फरवरी को होगा। इस मुकाबले का सबको काफी बेसब्री के साथ इंतजार है, लेकिन इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने इस मुकाबले को लेकर बड़ी बात कही है जिस पर गौर करने की जरूरत है। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर का मानना है कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान का पलड़ा भारत पर भारी रहेगा। भारत और पाकिस्तान 23 फरवरी को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, दुबई में होने वाले इस मेगा इवेंट के सबसे बड़े मैच में आमने-सामने होंगे। भारत ने आईसीसी इवेंट्स में पाकिस्तान पर अपना दबदबा बनाया हुआ है और विश्व कप इतिहास में सिर्फ एक बार ही भारत को पाकिस्तान के खिलाफ हार मिली है।
पाकिस्तान का पलड़ा भारी
चैंपियंस ट्रॉफी की बात करें तो इसमें पाकिस्तान का पलड़ा भारत पर भारी है। दोनों देशों के बीच इस टूर्नामेंट में 5 मैच खेले गए हैं जिसमें भारत को 3 मैचों में हार मिली है। आमिर ने दोनों टीमों के बीच होने वाले इस मैच के बारे में बात की और बताया कि पाकिस्तान ने हाल ही में जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को वनडे सीरीज में हराया है उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि भारत पर उसका पलड़ा भारी रहने वाला है। रिजवान के कप्तान बनने से पहले पाकिस्तान की टीम का हालत खराब थी, लेकिन अब ये टीम काफी बदली-बदली सी लग रही है।
मोहम्मद आमिर ने टीओई के हवाले से कहा कि पाकिस्तान ने हाल ही में जिस तरह का खेल दिखाया है वो कमाल का है। ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना और फिर साउथ अफ्रीका का उसकी धरती पर वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप करना- ये उनकी टीम की ताकत को दिखाता है, खासकर विदेशी परिस्थितियों में। उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए मुझे लगता है कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान का पलड़ा भारी रहेगा। हालांकि बड़े टूर्नामेंटों में भारत हमेशा से मेरा पसंदीदा रहा है, लेकिन भारतीय टीम दबाव में है और अपनी हालिया हार के कारण कड़ी आलोचना का सामना कर रही है।
बुमराह के बिना भारतीय पेस अटैक हो जाएगी कमजोर
आमिर ने जसप्रीत बुमराह की अनुपलब्धता के रिपोर्ट पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने कहा कि उनसे बिना भारतीय पेस अटैक 40-50 फीसदी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर बुमराह नहीं होंगे तो यह भारत के लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा। वह भारत के लिए शीर्ष गेंदबाज हैं जिन्होंने आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया है। उनके बिना भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की ताकत 40-50 फीसदी कम हो जाएगी। ये भारत के लिए एक चेतावनी की तरह है और टीम इंडिया को इन बातों को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति बनाने की जरूरत होगी।