नई दिल्ली: इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने बुधवार को पेरिस ओलंपिक जाने के लिए भारतीय दल का आधिकारिक ऐलान किया था। भारत की ओर से 117 एथलीट्स पेरिस जाएंगे और देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारत के लिए यह ओलंपिक खेल कई मायनों में खास है। भारत ने इन खेलों में कई ऐतिहासिक कोटा हासिल किए। जानिए इस बार पेरिस ओलंपिक भारत के लिए क्यों खास हैं।
पांच महिला रेसलर्स लेंगी हिस्सा
भारत की ओर से पेरिस ओलंपिक में यह पहला मौका है जब पांच महिला रेसलर्स हिस्सा लेने वाली है। विनेश फोगाट (महिला फ्रीस्टाइल 50 किग्रा), अंशु मलिक (महिला फ्रीस्टाइल 57 किग्रा), निशा दहिया (महिला फ्रीस्टाइल 68 किग्रा) और रीतिका हुड्डा (महिला फ्रीस्टाइल 76 किग्रा) देश का प्रतिनिधित्व किया है।
टेबल टेनिस में पहली बार टीम इवेंट में हिस्सा
टेबल टेनिस में यह पहला मौका है जब भारत टीम इवेंट में हिस्सा लेगा। भारतीय टीमों ने रैंकिंग के लिहाज ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया। यह पहली बार होगा जब देश 2008 बीजिंग ओलंपिक में शामिल किये जाने के बाद टीम स्पर्धा में हिस्सा लेगा। टीम इवेंट के लिए क्वालिफाई करने के कारण भारत को सिंगल्स वर्ग में भी दो कोटा हासिल किया।
सबसे बड़ा शूटिंग दल
भारत की ओर से इस बार 21 निशानेबाज ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। यह ओलंपिक इतिहास में भारत का अबतक का सबसे बड़ा शूटिंग दल है। इससे पहले भारत ने टोक्यो ओलंपिक में 15 निशानेबाजों का दल भेजा था। यह दल उस समय भारत का सबसे बड़ा शूटिंग दल था।
एथलेटिक्स दल
भारत इस बार अपना सबसे बड़ा एथलेटिक्स दल पेरिस भेजेगा। भारत की ओर से 30 खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था हालांकि शॉट पुट एथलीट आभा कठुआ का नाम फाइनल लिस्ट से हटा दिया। भारत की ओर से अब 29 खिलाड़ी एथलेटिक्स में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले भारत ने सबसे बड़ा दल टोक्यो ओलंपिक 2020 में पहुंचा भेजा था जब 25 एथलीट्स ने हिस्सा लिया था।
महिला एथलीट्स दो इवेंट्स में लेगी हिस्सा
भारतीय एथलीट पारुल चौधरी देश की पहली ऐसी महिला एथलीट हैं जो कि इवेंट्स में हिस्सा लेंगी। पारुल ने 5000 मीटर और 3000 मीटर स्टेपलचेज इवेंट के लिए क्वालिफाई किया है। उनेक अलावा इन ओलंपिक खेलों में निशानेबाज मनु भाकर भी तीन इवेंट में हिस्सा लेंगी लेकिन वह टोक्यो ओलंपिक में भी ऐसा कर चुकी हैं।