नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का बड़ा दल हिस्सा लेने वाला है। 100 से भी ज्यादा खिलाड़ी पेरिस में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इन खिलाड़ियों में से कुछ ऐसे नाम भी हैं जिनका यह ओलंपिक डेब्यू होगा। इनमें से कुछ ऐसे नाम हैं जो भले ही पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे हो लेकिन उनकी कामयाबी उन्हें मेडल का दावेदार बनाती है। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन के कारण ही पेरिस में उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है।
निकहत जरीन
भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन भले ही पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रही हैं लेकिन वह देश के लिए मेडल जीतने की सबसे बड़ी दावेदारों में शामिल हैं। निकहत दो बार की वर्ल्ड चैंपियन हैं। वहीं उन्होंने पिछले साल हुए एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं।
अंतिम पंघाल
युवा रेसलर अंतिम पंघाल का यह पहला ओलंपिक है। वह अंडर23 वर्ल्ड चैंपियन हैं साथ ही उन्होंने बीते साल सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल भी जीता। उन्होंने एशियन गेम्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह उस कैटेगरी में हिस्सा लेने वाली हैं जिसमें विनेश फोगाट चुनौती पेश करती थीं। हालांकि इस बार अंतिम इस कैटेगरी में उतरेंगी। पहले ही ओलंपिक में देश को उनसे मेडल से उम्मीद होगी।
सिफ्त कौर सामरा
भारतीय शूटर सिफ्त कौर सामरा बीते दो साल से शूटिंग में देश के लिए मेडल जीत रही हैं हालांकि यह उनका पहला ओलंपिक है। सिफ्त ने पिछले साल थ्री पॉजिशन राइफल में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था। पिछले साल हुए एशियन गेम्स में उन्होंने टीम इवेंट में सिल्वर और व्यक्तिगत इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। सिफ्त से पेरिस ओलंपिक में मेडल की उम्मीद है।
किशोर जेना
बीते साल एशियन गेम्स में फैंस को जैवलिन थ्रो के इवेंट में पोडियम पर दो भारतीय को देखने को मिला। पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के अलावा किशोर जेना से भी देश को ओलंपिक मेडल की उम्मीद है। जेना ने एशियन गेम्स में 87.54 मीटर का थ्रो फेंका था जो कि उनका पर्सनल बेस्ट है। जेना इस सीजन में भी 80 मीटर का मार्क पार कर चुके हैं। यह उनका पहला ओलंपिक है।