पेरिस: पेरिस 100 साल के लंबे अंतराल के बाद खेल के महाकुंभ कहे जाने वाले ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए तैयार है। 26 जुलाई से होने वाले इन खेलों में दुनिया भर के 10500 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। फैशन की राजधानी माने जाने वाले इस शहर में होने वाले ओलंपिक खेल हर मायने में अनूठा और अपारंपरिक होगा।
पेरिस ने ठीक 100 साल पहले अपने पिछले ओलंपिक की मेजबानी की थी। उस समय उसका वैश्विक खेल आयोजित करने का विचार काफी हद तक शांति को बढ़ावा देने और दुनिया को एकजुट करने का था। 100 साल के बाद भी यह विचार कमोबेश कायम है लेकिन अब खेलों में उत्कृष्टता का महत्व अधिक हो गया है। पेरिस में 1924 में हुए खेलों में 44 देशों के 3000 से कुछ अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा की थी, लेकिन अब यह शहर लगभग 10500 खिलाड़ियों की मेजबानी के लिए तैयार है।
आमतौर पर ओलंपिक जैसे आयोजन के लिए नए खेल स्थलों का निर्माण होता है, लेकिन पेरिस इस मामले में अनूठा है क्योंकि यह शहर खुद ही आयोजन स्थल बन गया है। इन खेलों का 95 प्रतिशत आयोजन पुराने या अस्थायी स्थल पर होगा। इन खेलों के लिए नए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर पैसा खर्च करने के बजाय, बजट का उपयोग मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और शहर की प्रसिद्ध जगहों के आसपास अस्थायी स्थल का निर्माण करने के लिए किया गया जो प्रभावशाली पृष्ठभूमि के रूप में काम करेंगे। पेरिस ओलंपिक का उद्घाटन समारोह सीन नदी पर आयोजित किया जाएगा। इन खेलों में सकारात्मक बात यह है कि खेलों को ‘सर्कुलर इकोनॉमी’ मॉडल पर किया जा रहा है जिसका अर्थ है कि मौजूदा सामग्री को जितना संभव हो उतना साझा करना, पट्टे पर देना, नवीनीकरण और पुनर्चक्रण करना है। 35 प्रतियोगिता स्थलों में से केवल दो नए मैदान बनाए गए हैं और उनमें से एक एक्वेटिक्स सेंटर को कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए लकड़ी का उपयोग करके बनाया गया है।
पेरिस ओलंपिक में कम संसाधनों का बेहतर उपयोग किया गया है। इन खेलों के दौरान उपयोग किए जाने वाले खेल उपकरण मोटे तौर पर 20 लाख की संख्या में होने का अनुमान है, जिनमें से 15 लाख खेल महासंघों को उधार या किराए पर दिए जाएंगे। खेलों के दौरान इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर और प्रिंटर भी किराए पर दिए जाएंगे। बेहतर उपयोग के लिए कम संसाधनों का उपयोग करने की नीति का पालन करते हुए, फर्नीचर से जुड़ी वस्तुओं की संख्या भी शुरुआत में अनुमानित आठ लाख से घटाकर छह लाख कर दी गई है। इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों का उपयोग किया जाएगा और पिछले ओलंपिक की तुलना में संख्या 40 प्रतिशत तक कम कर दी गई है। जनरेटर भी जैव ईंधन, हाइड्रोजन या बैटरी द्वारा संचालित होंगे।
पहली बार 10500 खिलाड़ियों में से आधी महिलाएं होंगी, जो लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। टोक्यो में पिछले सत्र में महिला खिलाड़ियों की संख्या कुल प्रतिभागियों का 47.8 प्रतिशत थी। म्यूनिख ओलंपिक (1972) तक महिलाओं की भागीदारी 20 प्रतिशत से भी कम थी। पेरिस खेलों का पारंपरिक समापन समारोह पुरुषों की बजाय महिलाओं की मैराथन होगी और इस आयोजन में 32 में से 28 ऐसे खेल हैं जिसमें पुरुष और महिला दोनों भाग लेंगे।