नई दिल्ली: घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज करने के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हुए श्रेयस अय्यर ने मंगलवार को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में बेहतरीन पारी खेली। विदर्भ के खिलाफ दूसरी पारी में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के सामने मुंबई का यह बल्लेबाज शतक से चूक गया, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 14 साल के सूखे को खत्म कर दिया। श्रेयस अय्यर ने 111 गेंद पर 10 चौके और 3 छक्कों की मदद से 111 गेंद पर 95 रन बनाए। उन्होंने सरफराज खान के भाई मुशीर खान के साथ चौथे विकेट के लिए 168 रन की साझेदारी की। अय्यर जब बल्लेबाजी करने आए तब मुंबई का स्कोर 3 विकेट पर 164 रन था। कप्तान अजिंक्य रहाणे 73 रन बनाकर आउट हुए थे। इसके बाद अय्यर और मुशीर के बीच शानदार साझेदारी हुई।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 30वां अर्धशतक
पहली पारी में फेल होने के बाद श्रेयस अय्यर ने दूसरी पारी में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 30वां अर्धशतक जड़ा। वह शॉट बॉल के खिलाफ आश्वस्त दिखे। पहली पारी में बाउंसर पर आउट होने वाले श्रेयस अय्यर ने दूसरी पारी में विदर्भ के गेंदबाजों की शॉर्ट बॉल की रणनीति सफल नहीं बनने दी। उन्होंने बेहतरीन फुटवर्क दिखाया और शॉट लगाया।
सचिन तेंदुलकर और दिलीप वेंगसरकर स्टैंडस में थे मौजूद
श्रेयस ने यह पारी सचिन तेंदुलकर और दिलीप वेंगसरकर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के सामने खेली, जो मंगलवार को फाइनल देखने के लिए वानखेड़े स्टेडियम के स्टैंड में मौजूद थे। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित भी स्टेडियम में मौजूद थे। यह रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन में श्रेयस अय्यर का पहला अर्धशतक था। इस सत्र में मुंबई के लिए उनका तीसरा मैच था। दिसंबर 2022 में मीरपुर में 87 रन की मैच जिताऊ पारी के बाद से अय्यर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अर्धशतक नहीं लगाया था। अय्यर ने 14 पारियों बाद अर्धशतक जड़ा।