नई दिल्ली: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने की हैट्रिक नहीं लगा पाई। ऑस्ट्रेलिया ने 1-3 से सीरीज अपने नाम की। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग ने सीरीज से पहले यही भविष्यवाणी की थी। उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई। पोंटिंग के मुताबिक अगर 34 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस सीरीज में टीम का हिस्सा होते परिणाम कुछ और हो सकता था।
शमी की गैरमौजूदगी से हैरान थे
पोंटिंग इस बात से हैरान थे की शमी को बीच सीरीज ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘मैं वास्तव में आश्चर्यचकित था जब वह (शमी) सीरीज के बीच दो टेस्ट मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया नहीं आए।’
भारत को थी मोहम्मद शमी की जरूरत
बीसीसीआई ने शमी को पूरी तरह फिट न होने के कारण ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा। हालांकि पोंटिंग का मानना है कि शमी के वर्कलोड को मैनेज किया जा सकता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, “भारत के पास नितीश रेड्डी थे। तो, आपके पास वैसे भी एक और तेज गेंदबाज ऑलराउंडर था। इसलिए, भले ही शमी पूरी तरह से फिट नहीं थे, अगर उन्हें एक दिन में कम ओवर फेंकने पड़ते, तो आपके पास उनकी मदद करने के लिए एक बैकअप सीम बॉलिंग विकल्प होता, और मुझे लगता है कि वह अंतर पैदा कर सकते थे।’
रिकी पोंटिंग ने बताया की सीरीज की शुरुआत से पहले भी उन्होंने शमी की गैरमौजूदगी के कारण ही बताया था कि परिणाम 1-3 होगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, “जब आपने मुझसे (आईसीसी की पिछली समीक्षा में) शुरुआत में पूछा था कि मेरे हिसाब से परिणाम क्या होगा, तो मैंने कहा था कि 3-1 ऑस्ट्रेलिया क्योंकि शमी नहीं थे। वह पहली चीज़ थी जो मैंने कही थी। मुझे लगा कि वह भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण है। अगर शमी, बुमराह और सिराज उनकी शुरुआती टीम में होते, तो मुझे लगता है कि यहां ऑस्ट्रेलिया में चीजें पूरी तरह से अलग हो सकती थीं।”
अपनी बात जारी रखते हुए मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘मेलबर्न में मुकाबला 1-1 से बराबरी पर था। आपको बस उस अनुभव और समर्थन की आवश्यकता है। जैसा कि आप जानते हैं, हो सकता है कि उसने अपना स्तर भी बढ़ा दिया हो। और वहां दो लोग (बुमराह और शमी) रहे होंगे।”