नई दिल्ली: रिंकू सिंह को 21 दिसंबर से शुरू होने वाली भारत की 50 ओवर की घरेलू प्रतियोगिता विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उत्तर प्रदेश का कप्तान नियुक्त किया गया है। वे भुवनेश्वर कुमार का स्थान लेंगे जिन्होंने पिछले सप्ताह समाप्त हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश की कप्तानी की थी जहां वे क्वार्टर फाइनल मुंबई में दिल्ली से हार गए थे। ऐसा पहली बार होगा जब रिंकू सिंह सीनियर लेवल पर किसी राज्य की टीम की कप्तानी करेंगे। इस साल की शुरुआत में उन्होंने मेरठ मावेरिक्स को यूपीटी20 लीग का खिताब दिलाया था और इसमें उन्होंने 161.54 की स्ट्राइक रेट से नौ पारियों में 210 रन बनाए थे।
गेंदबाजी पर भी ध्यान दे रहे हैं
विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच से पहले रिंकू सिंह ने कहा कि यूपीटी20 लीग में मेरठ मावेरिक्स की अगुआई करना मेरे लिए बड़ा मौका था और मुझे खुशी है कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर सका। मैंने कप्तानी का भरपूर आनंद लिया क्योंकि इससे मुझे कई चीजें सीखने का मौका मिला। मैंने यूपीटी20 लीग में गेंदबाजी (ऑफ स्पिन) में भी हाथ आजमाया। मौजूदा समय में क्रिकेट में एक पूरे पैकेज की जरूरत होती है, एक ऐसा क्रिकेटर जो बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग कर सके। अब मैं अपनी गेंदबाजी पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। उत्तर प्रदेश के कप्तान के तौर पर मुझे बड़ी भूमिका निभानी है और मैं इसके लिए तैयार हूं।
केकेआर की कप्तानी को लेकर नहीं सोच रहा
रिंकू सिंह को यूपी टीम का कप्तान ऐसे समय में बनाया गया है जबकि उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर आईपीएल 2025 के लिए अपने कप्तानी विकल्पों पर विचार कर रही है। रिंकू सिंह साल 2018 से केकेआर टीम का हिस्सा हैं और अगले सीजन के लिए नवंबर में होने वाली नीलामी से पहले उन्हें केकेआर ने सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, वरुण चक्रवर्ती और रमनदीप सिंह के साथ रिटेन किया था। रिंकू सिंह ने कहा कि मैं नए आईपीएल सीजन में केकेआर की कप्तानी के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। मैं उत्तर प्रदेश के लिए अपनी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी टीम 2015-16 के बाद फिर से इस ट्रॉफी को हासिल करे।
लिस्ट ए में रिंकू सिंह का प्रदर्शन रहा है प्रभावशाली
रिंकू सिंह का लिस्ट ए क्रिकेट में अब तक का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 52 पारियों में 48.69 की औसत से 1899 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 94.8 है, जिसमें एक शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि रिंकू विजय हजारे ट्रॉफी को भारतीय वनडे टीम में प्रवेश के लिए ऑडिशन के तौर पर नहीं देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं भगवान में विश्वास करता हूं। जब मैंने पिछले साल आईपीएल में लगातार पांच छक्के लगाए थे, तब मैंने टीम इंडिया का हिस्सा बनने के बारे में सोचा भी नहीं था। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा गेम चेंजर साबित हुआ। अब भी मुझे लगता है कि अगर भगवान ने मेरे लिए कुछ तय किया है, तो मैं उसे जरूर पूरा करूंगा। लेकिन साथ ही मुझे अपने काम पर भी कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।