बर्मिंगम। किदाम्बी श्रीकांत को क्वार्टर फाइनल में दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी केंटो मोमोटा के हाथों मिली हार के साथ ही ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई है। इसके साथ ही इस टूनार्मेंट में भारत का पिछले 18 साल में एक खिताब जीतने का सपना टूट गया। सातवीं सीड श्रीकांत को शुक्रवार देर रात खेले गए पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी जापान के मोमोटा से 12-21, 16-21 से हार का सामना करना पड़ा। मोमोटा ने श्रीकांत को 44 मिनट में मात दी। श्रीकांत की मोमोटा के खिलाफ यह लगातार आठवीं हार थी।
.@srikidambi's sublime run at the @YonexAllEngland 2019 comes to an end; puts everything in his tank forcing the 🇯🇵 top seed @momota_kento to push his limits but suffered an unfortunate 12-21,16-21 loss in the end in his QF clash. Tough luck! 👏#IndiaontheRise #badminton pic.twitter.com/2VhgRTmN8w
— BAI Media (@BAI_Media) March 8, 2019
दोनों अब तक 14 बार कोर्ट पर एक दूसरे के आमने-सामने हुए हैं। इनमें से मोमोटा 11 बार जीतने में सफल रहे हैं। श्रीकांत ने आखिरी बार मोमोटा को 2015 में इंडिया ओपन में 21-12, 15-21, 21-15 से हराया था। उसके बाद से दोनों के बीच आठ मैच हुए। मोमोटा सभी मैच जीतने में सफल रहे। श्रीकांत पिछले सत्र में एक भी खिताब नहीं जीत पाए थे। लेकिन 2017 में उन्होंने चार अहम खिताब जीते थे। श्रीकांत से पहले सायना नेहवाल, पीवी सिंधु और बी साई प्रणीत पहले ही हारकर टूनार्मेंट से बाहर हो गए थे। युगल मुकाबलों में सभी भारतीय जोड़ियां पहले ही दौर में बाहर हो गईं थीं।