नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान में होने वाली है। भारत ने अब तक इस बात पर हामी नहीं दी है कि वह इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएगा या नहीं। भारत के पाकिस्तान न जाने की वजहों में सुरक्षा भी अहम मुद्दा है। इतिहास इस बात का गवाह है कि भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तान में पूरी तरह सुरक्षित नहीं रहे हैं।
श्रीकांत पर हुआ था हमला
1989 में कराची में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए टेस्ट मैच में तत्कालीन भारतीय कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत पर पाकिस्तानी दर्शक ने हमला कर दिया। मैच के दौरान एक पाकिस्तान दर्शक पिच पर आया और भारतीय फील्डर्स को धमकाना शुरू कर दिया। श्रीकांत ने टीम के कप्तान होने के नाते सामने आकर उस शख्स को रोकने की कोशिश की। दर्शक ने इसके बाद श्रीकांत के साथ हाथापाई और मारपीट की। श्रीकांत की शर्ट तक फाड़ दी गई।
अजहरुद्दीन पर मेटल हुक से हमला
तत्कालीन टीम मैनेजर चंदू बोर्डे ने कुच समय बाद बताया कि इस घटना के बाद भारतीय बल्लेबाज अजहरूरद्दीन पर भी हमला किया था। 1989 की सीरीज के दौरान ही पाकिस्तान में मोहम्मद अजहरुद्दीन पर भी मेटल के हुक से हमला किया गया था। हालांकि टीम ने इसकी आधिकारिक शिकायत नहीं की थी।
भारतीय टीम पर हुआ था पथराव
1997 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया था। इस दौरे पर वनडे सीरीज के दूसरे मैच दौरान काफी हंगामा हुआ था। 30 सितंबर 1997 को खेले गए वनडे मैच में जब भारतीय टीम फील्डिंग कर रही थी तो पाकिस्तानी पारी के दौरान 4 मौकों पर भारतीय फील्डरों पर पत्थर फेंके गए थे। टीम के कप्तान सचिन तेंदुलकर इसकी शिकायत की और फिर पूरी टीम के साथ मैदान से बाहर चले गए। पाकिस्तान की पारी को 47.2 ओवर में खत्म माना गया और भारत ने यह मैच जीता।
इरफान पठान पर फेंकी गई थी कील
पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने खुलासा किया कि पेशावर में पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान स्टैंड्स में बैठे फैंस ने कील उन्हें कील चलाकर मार दी थी। यह कील उनके आंख के नीचे लगी थी। ऐसे में यह चोट गंभीर हो सकती थी। पठान का करियर तक खत्म हो सकता था। इरफान के मुताबिक उन्होंने भी इसकी शिकायत नहीं की थी।