लक्ष्य सेन ने कनाडा ओपन में मेंस सिंगल्स का खिताब जीत लिया है। लक्ष्य ने देर रात कैल्गरी में हुए फाइनल में ऑल इंग्लैंड चैम्पियन चीन के ली शी फैंग को हराया। कांटे की टक्कर में भारत के युवा शटलर को 21-18, 22-20 से जीत मिली।
विमेंस सिंगल्स में जापान की अकाने यामागुची चैम्पियन बनीं। उन्होंने देर रात हुए फाइनल में थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन को 21-19, 21-16 से हराया। यामागुची ने सेमीफाइनल में भारत की पीवी सिंधु को हराया था।
कनाडा ओपन जीतने वाले दूसरे भारतीय
1957 से खेली जा रही कनाडा ओपन चैम्पियनशिप में मेंस सिंगल्स का खिताब जीतने वाले लक्ष्य दूसरे ही भारतीय बने। उनसे पहले 2016 में बी साई प्रणीत ने मेंस सिंगल्स का खिताब जीता था। 2016 में ही मेंस डबल्स में मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की जोड़ी ने भी खिताब जीता था। 2015 में विमेंस डबल्स में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने खिताब जीता था।
क्वार्टर फाइनल में करनी पड़ी थी मशक्कत
चीन के फैंग के खिलाफ लक्ष्य का फाइनल बेहद रोमांचक रहा। लक्ष्य ने लगातार अटैक करना जारी रखा और फाइनल 21-18, 22-20 के अंतर से जीत लिया। लक्ष्य सेन को चैम्पियनशिप में सबसे ज्यादा मेहनत क्वार्टर फाइनल में करनी पड़ी, जहां बेल्जियम के जूलियन करागी के खिलाफ 57 मिनट तक चले मुकाबले में उन्हें 3 गेम खेलने के बाद जीत मिली। लक्ष्य ने ये मुकाबला 21-8, 17-21 और 21-10 के अंतर से जीता था।
उन्होंने फर्स्ट और सेकेंड राउंड के मुकाबले 31 और 38 मिनट के अंदर 2 ही गेम में जीत लिए थे। सेन ने सेमीफाइनल में जापान केंता निशिमोटो को 21-17, 21-14 के अंतर से 44 मिनट में ही हरा दिया था।
करियर का चौथा सिंगल्स खिताब जीता
21 साल के लक्ष्य यूथ बैडमिंटन की बॉय्ज सिंगल्स कैटेगरी में एक गोल्ड, एक सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज जीत चुके हैं। सीनियर कैटेगरी में खेलना शुरू करने के बाद 2019 में उन्होंने डच ओपन का खिताब जीता। 2019 में ही लक्ष्य ने सारलॉरलक्स ओपन चैंपियनशिप भी जीता।
2022 से लक्ष्य का गोल्डन ईयर शुरू हुआ। यहां उन्होंने इंडिया ओपन जीता और भारत के लिए टीम चैम्पियनशिप में थॉमस कप और कॉमनवेल्थ गेम्स का गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2022 में ही लक्ष्य जर्मन ओपन और ऑल इंग्लैंड ओपन में रनर-अप रहे और 2023 में कनाडा ओपन जीतकर अपना चौथा मेंस सिंगल्स टाइटल जीत लिया।