नई दिल्ली: टी20 क्रिकेट में टाई ब्रेकर के तौर पर सुपर ओवर का इस्तेमाल 16 साल से किया जा रहा है, लेकिन शुक्रवार (14 मार्च) को बहरीन और हांगकांग मैच में कुछ ऐसा हुआ जो पहले कभी इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं हुआ था।कुआलालंपुर में हांगकांग के खिलाफ बहरीन की टीम ने सुपरओवर में 1 भी रन बनाए बगैर दोनों विकेट खो दिए।
मलेशिया ट्राई सीरीज के इस मैच के दौरान हांगकांग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 129 रन बनाए। जवाब में बहरीन ने ओपनर बल्लेबाज फियाज अहमद और प्रशांत कुरुप ने पहले चार ओवरों में 30 रन बनाकर तेज शुरुआत दिलाई। हालांकि, हांगकांग ने नियमित विकेट लेकर स्कोरिंग रेट को कम कर दिया। बहरीन के पांच विकेट 67 रन पर गिर गए।
कप्तान अहमर बिन नासिर के दमपर बहरीन ने वापसी की। आखिरी ओवर में टीम को जीत के 13 रन चाहिए थे। नासिर ने मध्यम गति के गेंदबाज नसरुल्ला राणा की गेंद पर छक्का लगाकर स्कोर बराबर किया, लेकिन अंतिम गेंद पर स्टंप के पीछे जीशान अली ने उनका कैच लपका और मैच बराबरी पर समाप्त हुआ।
सुपर ओवर में नासिर खाता नहीं खोल पाए। हांगकांग के अनुभवी ऑफ स्पिनर एहसान खान ने उन्हें और सोहेल अहमद को लगातार गेंदों पर आउट कर दिया। आईसीसी की नियमों के अनुसार सुपर ओवर में दो विकेट गिरने पर टीम की बल्लेबाजी समाप्त हो जाती है।
हांगकांग ने इसके बाद सुपर ओवर में तीसरी गेंद पर जीत दर्ज की। बाबर हयात के विजयी रन बनाया। मेंस टी20 इंटरनेशनल के इतिहास में 33वीं बार सुपर ओवर कोई मैच पहुंच था। दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार था जब बहरीन सुपर ओवर में हारा। इससे पहले दो बार जीत दर्ज कर चुका है। बहरीन, कतर, अमेरिका और कुवैत के साथ एसोसिएट देशों के बीच सर्वाधिक टी20 सुपर ओवर खेलने का संयुक्त रिकॉर्ड रखता है।