नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलेंडर के छह विकेटों के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने सोमवार को भारत को हरा दिया है। पहले टेस्ट मैच में भारत को 72 रनों से हराकर दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज का आगाज जीत के साथ किया है। न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट को जीत कर दक्षिण अफ्रीका ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मिले 208 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रही भारतीय टीम की दूसरी पारी 135 रनों पर ही सिमट गई। मैच में दमदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलेंडर को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। उन्होंने पहले टेस्ट मैच में सबसे अधिक 9 विकेट अपने नाम किए।
हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि बल्लेबाजों के बीच पार्टनरशिप नहीं होने की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा। गेंदबाजों ने समय-समय पर आउट कर किसी भी साझेदारी को पनपने नहीं दिया। इसके अलावा हमारे बल्लेबाजों ने भी कुछ गलत शॉट्स खेला। हम अगली मैच में वापसी करने की पूरी कोशिश करेंगे। पहली पारी में फेल होने के बाद भारतीय बल्लेबाजों से दूसरी पारी में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन बल्लेबाजों ने 208 जैसे छोटे लक्ष्या को भी असंभव बना दिया। पूरी टीम दूसरी पारी में 135 रन ही बना सकी। भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका की जीत में फिलेंडर के अलावा दो-दो विकेट हासिल करने वाले कगीसो रबादा और मोर्ने मोर्कल की भी अहम भूमिका रही।
भारत की तरफ से सबसे अधिक आर अश्विन ने सबसे अधिक 37 रन बनाए। चायकाल के बाद जब भुवनेश्वर कुमार और अश्विन बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि शायद कोई चमत्कार हो जाए। ये दोनों ही बल्लेबाजी करने में सक्षम थे, दोनों पर ही भारतीय टीम के साथ-साथ क्रिकेट फैंस की निगाहें भी टिकी हुई थी।अश्विन के आउट होते ही मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह भी पवेलियन लौट गए। इसके साथ ही भारतीय टीम 72 रनों के बड़े अंतर से सीरीज का पहला मैच हार गई।
कोहली ने मानी अपनी गलती, लेकिन इसे बतायी हार की असली वजह
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका से पहले टेस्ट में चौथे ही दिन मिली 72 रन की हार के बाद सोमवार को स्वीकार किया कि टीम ने गलतियां की और उसे अपनी गलतियों को सुधारना होगा। विराट ने मैच के बाद कहा, हमें अपनी गलतियों को सुधारने की जरुरत है। उन्होंने कहा, हमें बल्लेबाजी में साझेदारियां करनी होंगी। यह खेल साझेदारियों का खेल है और जितने रन जुटाए जाएं, उतना ही बेहतर होता है। लक्ष्य का पीछा करते हुए हमें एक बल्लेबाज ऐसा चाहिए था जो 75-80 रन बना सके। 20 या 30 रन बनाना पर्याप्त नहीं था। भारतीय कप्तान ने साथ ही कहा, यदि हमने पहली पारी में मिले मौकों को भुनाया होता तो उनका स्कोर पहली पारी में 220 के आसपास होता। हमने कई विकेट जल्दी गंवाए जो हमारी हार का सबसे बड़ा कारण रहा। हम तीन दिन तक मुकाबले में थे, लेकिन आज बल्लेबाजी में साझेदारियां न बनाने के कारण हमें हार का सामना करना पड़ा।