भोपाल। मणिपुर के सुनील सिंह ने बड़ी झील में चल रही ओपन इंटरनेशनल कयाकिंग-केनोइंग चैंपियनशिप के पहले ही दिन भारत के लिए दोहरे स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने पहले तो सी-1 1000 मीटर में पहला स्थान हासिल किया। उसके बाद गौरव तोमर को साथ लेकर सी-2 1000 मीटर में चैंपियन बने। चैंपियनिशप के पहले दिन शनिवार को पुर्तगाल ने तीन सुनहरे तमगे जीते। जबकि मेजबान भारत को दो गोल्ड मिले। तीन दिन तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 14 देशों के 87 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
सुनील ने सी-1 में 1000 मीटर की दूरी 4.14 मिनट में पूरी करते हुए स्वर्ण जीता है। जबकि चीनी ताइपे के ला कौन चे 4.17 मिनट के साथ दूसरे और ताजकिस्तान के देमिनोव 4.34 मिनट के साथ तीसरे स्थान पर आए। इसके बाद सी-2 1000 मीटर में भारत के सुनील सिंह और गौरव तोमर की जोड़ी ने कजाकिस्तान, ताजकिस्तान और फिलीपींस के खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण जीता। इसका रजत कजाकिस्तान के एनटोन और फारुह की जोड़ी के नाम रहा। जबकि कांस्य भारत के बादल कुमार और अजीत कुमार की जोड़ी ने जीता।
दिन के बाकी तीन स्वर्ण पुर्तगाल के खिलाड़ियों ने जीते। इसमें के-4 मिश्रित 200 मीटर, के-1 1000 मीटर और के-2 1000 मीटर दौड़ शामिल हैं। के-4 मिश्रित में पुर्तगाल के इनेस, सेमुअल, मफालदा और रुबेन मेनुल की चौकड़ी ने जीता। जबकि भारत के चिंग चिंग सिंह, सोनिया देवी, अतुल कुमार और रजीना कीरो को रजत मिले। इसका कांस्य भी भारत के हिस्से ही आया। यह पदक भारत के कप्तान सिंह, अंजलि सिंह, सुशीला चानू और अजातशत्रु की चौकड़ी को मिला।इसके बाद पुर्तगाल के रुबेन मेनुल ने के-1 1000 मीटर में स्वर्ण जीता। जबकि भारत के अलबर्ट राज को रजत और हांगकांग के चुंग चेंग को कांस्य मिला। के-2 1000 मीटर में पुर्तगाल के रुबेन मेनुल और इगोर सेमुअल ने स्वर्ण, भारत के अतुल कुमार, और सनी को रजत तथा भारत के ही बादल-अजीत को कांस्य मिला।
कल 13 पदकों का होगा फैसला
प्रतियोगिता में कुल 26 स्वर्ण पदकों का फैसला होना है। पहले दिन पांच तो दूसरे दिन 13 पदकों का फैसला होगा। जबकि आखिरी दिन आठ पदक दांव पर होंगे। प्रतियाेगिता के मुकाबले सुबह 8.00 बजे से ही शुरू हो गए थे, जबकि इसका औपचारिक उदघाटन शाम 4.00 बजे जापान के एस नरीता ने किया। नरीता एशियन केनो कान्फेडरेशन के अध्यक्ष हैं। इस दौरान भारतीय कयाकिंग केनोइंग फेडरेशन के आजीवन अध्यक्ष एस रघुनाथन, अध्यक्ष एसएम हाश्मी, पूर्व महा सचिव बीएस कुशवाह और सचिव प्रशांत कुशवाह उपस्थित थे।