नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए चुनी गई भारतीय टीम में इस खिलाड़ी को नहीं शामिल किए जाने की वजह से निराशा जाहिर की। अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति 18 जनवरी को आईसीसी के इस मेगा इवेंट के लिए भारतीय टीम की घोषणा की।
इस टीम में संजू सैमसन को शामिल किए जाने की चर्चा चल रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रैना ने संजू नहीं बल्कि इस खिलाड़ी के बारे में कहा कि भारतीय टीम ने इस खिलाड़ी को टीम में शामिल करने का मौका गंवा दिया और रैना ने उन्हें एक्स-फैक्टर खिलाड़ी बताया जो बीच के ओवरों में हावी हो सकते हैं और बल्लेबाजी क्रम को लचीलापन प्रदान कर सकते हैं। रैना ने दावा किया कि इस 34 वर्षीय खिलाड़ी की गैरमौजूदगी टॉप तीन पर बहुत दबाव डालेगी।
टीम इंडिया के चयन पर बात करते हुए रैना ने कहा कि भारत की टीम काफी मजबूत दिख रही है और मुझे विश्वास है के रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत अच्छा प्रदर्शन करेगा, लेकिन मैं सूर्यकुमार यादव को टीम में शामिल नहीं किए जाने से हैरान हूं। भारत को मध्यक्रम में इस बल्लेबाज की कमी खलेगी और वो टीम के लिए एक्स-फैक्टर होते। हमने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान देखा कि वो किस तरह से पूरे मैदान में रन बना रहे थे और यही वजह है कि उन्हें मिस्टर 360 कहा जाता है। वह शानदार स्वीप शॉट खेलता है और गेम चेंजर है। उसके पास शीर्ष टीमों के खिलाफ 9 से अधिक के आवश्यक रन रेट का पीछा करने की क्षमता है। उसे टीम में होना चाहिए था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रैना ने कहा कि भारत को एक ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी जो बीच के ओवरों में विपक्ष पर हावी हो सके। दुबई के मैदान के की स्थिति थोड़ी अलग है और वहां सामने का एरिया छोटा है जबकि कवर की तरफ का एरिया काफी बड़ा है। सूर्या इन कंडीशन का उपयोग बेहतरीन तरीके से करते और उनकी अनुपस्थिति में टीम के टॉप 3 बल्लेबाजों (शुभमन गिल, रोहित शर्म, विराट कोहली) पर बड़ी जिम्मेदारी होगी जो अपने बेस्ट फॉर्म में इस वक्त नहीं हैं। भारत केएल राहुल के साथ जाएगा या ऋषभ पंत प्लेइंग इलेवन में होंगे या रोहित और शुभमन गिल पारी की शुरुआत करेंगे। अभी बहुत सारे पहलूओं पर विचार करने की जरूरत है। अगर सूर्यकुमार यादव वनडे टीम में होते तो वो किसी भी क्रम में बल्लेबाजी करने की अपनी क्षमता से लचीलापन प्रदान कर सकते थे।