नई दिल्ली: टी20 विश्व कप 2024 के 11वें मैच में मेजबान अमेरिका ने बड़ा उलटफेर किया। मोनांक पटेल की अगुआई वाली अमेरिकी क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को सुपर ओवर में 5 रन से हरा दिया। अमेरिकी जीत के हीरो रहे सौरभ नेत्रवलकर। पाकिस्तान को सुपर ओवर में जीत के लिए 19 रन की जरूरत थी, लेकिन यह सौरभ नेत्रवलकर ही थे, जिन्होंने धाकड़ बल्लेबाजों से सजी पाकिस्तानी टीम को इस लक्ष्य तक पहुंचने नहीं दिया। सौरभ नेत्रवलकर ने सुपर ओवर में 13 रन दिये और इफ्तिखार अहमद का विकेट भी लिया।
सौरभ की पहली गेंद डॉट रही। दूसरी वाइड रही। अगली गेंद पर इफ्तिखार अपना विकेट गंवा बैठे। तीसरी गेंद वाइड रही। अगली गेंद पर शादाब खान ने लेग-बाई से 4 रन बटोरे। पांचवीं गेंद पर शादाब ने 2 रन लिए। आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को जीत के लिए 7 रन की जरूरत थी, लेकिन शादाब एक रन ही ले पाए। इस तरह अमेरिका ने वह कर दिखाया जिसकी शायद ही किसी को उम्मीद हो। अमेरिका की ऐतिहासिक जीत के बाद हर क्रिकेट प्रशंसक के मन में सौरभ नेत्रवलकर को लेकर कौतूहल है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में यूएसए बनाम पाकिस्तान मैच से पहले शायद ही किसी को पता हो कि सौरभ नेत्रवलकर मुंबई में जन्में हैं। यही नहीं, सौरभ नेत्रवलकर आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं।
एक नजर सौरभ नेत्रवलकर के बारे में
- बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर का जन्म 16 अक्टूबर 1991 को मुंबई में हुआ।
- सौरभ नेत्रवलकर ने 2010 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।
- सौरभ ने 2013 में कर्नाटक के खिलाफ एकमात्र रणजी मैच में मुंबई की टीम का प्रतिनिधित्व किया।
- वह केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, हर्षल पटेल, जयदेव उनादकट और संदीप शर्मा के पूर्व साथी हैं।
- तगड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते उनको भारत में अपनी प्रतिभा को और निखारने का मौका नहीं मिल पाया।
- इसके बाद सौरभ 2015 में यूएसए (USA) चले गए और लगभग 9 साल बाद उन्होंने इतिहास रच दिया।
- सौरभ नेत्रवलकर पहली बार 2018 में अमेरिकी टीम में चुने गए और फरवरी 2019 में कप्तान चुने गए।
- सौरभ ने 2022 में जिम्बाब्वे में ICC मेन्स टी20 वर्ल्ड कप ग्लोबल क्वालिफायर B टूर्नामेंट में हिस्सा लिया।
- सौरभ ने उस टूर्नामेंट के 1 मैच में 5 विकेट लिए। वह T20 क्रिकेट में 5 विकेट लेने वाले पहले अमेरिकी बने।
- सौरभ प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी हैं। वह Oracle में प्रिंसिपल इंजीनियर के रूप में काम करते हैं।