बेंगलुरू | भारत आैर ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 मार्च से दूसरा क्रिकेट टेस्ट खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के हाथों पहला टेस्ट तीन दिन के भीतर हारने और पुणे टेस्ट की पिच की खराब गुणवत्ता को लेकर आईसीसी से खिंचाई झेलने के बाद भारतीय टीम बेंगलुरु में हल्की घासयुक्त बल्लेबाजी के अनुकूल पिच पर उतर सकती है। भारतीय टीम पूर्व की भांति ही पुणे में स्पिन के अनुकूल पिच पर ऑस्ट्रेलिया का सामना करने उतरी थी, लेकिन उसका दांव उल्टा पड़ा था। ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज स्टीव ओकीफे ने दोनों पारियों में छह-छह विकेट चटकाते हुए भारत की दोनों पारियां 105 और 107 रन पर समेटते हुए भारत को 333 रनों से हार झेलने पर मजबूर किया था। ऐसे में भारतीय टीम की कोशिश अब बल्लेबाजी के अनुकूल पिच पर उतरने की हो सकती है। दूसरा टेस्ट मैच शनिवार से होगा और चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर घास की एक हल्की परत दिख रही है। हालांकि एक छोर पर घास के बीच जमीन का एक पैच भी दिख रहा है, जो बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए ऑफ स्टंप के करीब है। यह भारतीय उपमहाद्वीप की चिर-परिचित अंदाज वाली बल्लेबाजी के अनुकूल धीमी पिच हो सकती है।
भारत ने इस मैदान पर 1974 से अब तक कुल 21 टेस्ट खेले हैं जिनमें से भारत ने छह टेस्ट जीते हैं, छह हारे हैं और नौ टेस्ट ड्रॉ खेले हैं। इस मैदान पर आखिरी टेस्ट नवंबर 2015 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था जो ड्रॉ रहा था। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरू में पहली बार टेस्ट मैच सितंबर 1979 में खेला गया था जो ड्रॉ रहा था। इसके बाद दोनेां टीमें मार्च 1998 में भिड़ीं जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया ने अक्टूबर 2004 में भी भारत को इसी मैदान पर 217 रन से हराया लेकिन भारत ने अक्टूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से पराजित किया।
भारत की 6 जीत
इस मैदान पर भारत ने इंग्लैंड को फरवरी 1977 में 140 रन से, न्यूजीलैंड को नवंबर 1988 में 172 रन से, श्रीलंका को जनवरी 1994 में पारी और 95 रन से, न्यूजीलैंड को अक्टूबर 1995 में आठ विकेट से और न्यूजीलैंड को सितंबर 2012 में पांच विकेट से पराजित किया था।
कभी तो टूटना ही था 19 मैचों में नहीं हारने का रिकॉर्ड
19 मैचों में लगातार अपराजित रहने का क्रम एक न एक दिन तो टूटना ही था। इसे बरकरार रखना असंभव काम होता है। आप हर मैच नहीं जीत सकते। एक समय यह क्रम टूटेगा ही। लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मौजूदा स्थिति में लगातार 19 मैचों में अपराजित रहना एक बड़ी उपलब्धि है। -अनिल कुंबले