अमेरिकी फुटबाल टीम ने यहां मेक्सिको को 3-0 से शिकस्त देकर कॉनकेकैफ नेशंस लीग के फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना कनाडा से होगा। अमेरिका के लिए सर्वाधिक दो गोल क्रिस्टियन पुलिसिच (37वें और 46वें मिनट) ने किए, जबकि एक गोल रिकार्डो पेपि ने 78वें मिनट में दागा।
हालांकि यह मैच अराजकता में बदल गया। रेफरी ने चार खिलाड़ियों को लाल कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर कर दिया और साथ ही मैच को बीच में ही रोक दिया। इसके अलावा रेफरी ने आठ खिलाड़ियों को पीले कार्ड दिखाए। वेस्टन मैककेनी की शर्ट फट गई। मैककेनी, सर्जिनो डेस्ट, सीजर मोंटेस और जेरार्डो अर्टिएगा के दूसरे हाफ में लाल कार्ड मिलने के कारण अमेरिका और मेक्सिको का यह मैच नौ खिलाड़ियों के साथ समाप्त हुआ। दोनों टीमें आपस में झगड़ रही थी तब प्रशंसकों ने मैदान पर बीयर फेंक दी।
समलैंगिक विरोधी नारे लगा रहे थे मेक्सिको प्रशंसक
रेफरी ने 90वें मिनट में मैच रोक दिया था और जब शुरू हुआ तो 12 मिनट का अतिरिक्त समय जोड़ा गया। इससे पहले विश्व फुटबाल संस्था (फीफा) ने जनवरी में प्रशंसकों द्वारा समलैंगिक विरोधी नारे लगाने के लिए मेक्सिको पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया था। हालांकि मेक्सिको के प्रशंसक नियमित रूप से मैच के दौरान समलैंगिक विरोधी नारे लगा रहे थे। मैककेनी, सर्जिनो डेस्ट फाइनल मुकाबला नहीं खेल पाएंगे क्योंकि उन पर फाइनल मैच के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
खिलाड़ी को मारी लात
मेक्सिको के खिलाड़ी मोंटेस को 69वें मिनट में बालोगन को लात मारने के चक्कर में लाल कार्ड मिला। फिर इसके बाद दूसरे मिनट में अमेरिकी खिलाड़ी मैककेनी को सांचेज की गर्दन पर हाथ रखने के कारण लाल कार्ड दिखाया गया। अमेरिकी खिलाड़ी डेस्ट और मेक्सिको के आर्टेगा को 86वें मिनट में एक-दूसरे को धक्का देने के लिए लाल कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर भेज दिया गया।