नई दिल्ली: भारतीय टेनिस में बवाल मच गया है। देश के पूर्व नंबर 1 सिंगल खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन और पूर्व डबल्स विशेषज्ञ पूरव राजा ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) पर खेल संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दोनों खिलाड़ी 28 सितंबर को होने वाले चुनावों से कुछ दिन पहले राष्ट्रीय शासी निकाय के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सोमदेव देववर्मन और पूरव राजा ने केंद्र सरकार को भी पक्षकार बनाया है। आरोप लगाया है कि खेल मंत्रालय ने कभी यह जानने का प्रयास नहीं किया कि एआईटीए खेल संहिता का अनुपालन कर रहा है या नहीं। उन्होंने मंत्रालय पर आखें मूंद लेने का आरोप लगाया है। दिल्ली हाई कोर्ट में सोमवार को दायर एक याचिका में दोनों खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि एआईटीए ने खेल संहिता के कई प्रावधानों का उल्लंघन किया है।
सोमदेव देववर्मन और पूरव राजा ने क्या आरोप लगाए
इसमें कहा गया है कि ‘एआईटीए की केंद्रीय परिषद/आम सभा में एथलीटों के लिए कोई सीट नहीं है। इसके अलावा एथलीटों के लिए केंद्रीय परिषद/आम सभा में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्कृष्ट योग्यता वाले प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को चुनने के लिए तंत्र भी नहीं है। कार्यकारी समिति में एथलीटों के लिए सीट आरक्षित न होने और एथलीट्स को केंद्रीय परिषद/आम सभा से कार्यकारी समिति में चुनने जाने के लिए तंत्र न होने की भी बात कही गई है।
28 सितंबर को चुनाव
एआईटीए के वर्तमान अध्यक्ष अनिल जैन हैं। चुनाव की बात करें तो चिंतन पारिख और रोहित राजपाल अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं। जबकि सुंदर अय्यर और दिनेश अरोड़ा का क्रमशः महासचिव और कोषाध्यक्ष पद पर निर्विरोध नियुक्त होना तय है। कोर्ट सोमदेव देववर्मन और पूरव राजा की याचिका को संज्ञान में लेकर चुनाव पर रोक भी लगा सकता है।