नई दिल्ली: भारतीय टीम ने रविवार (2फरवरी) को इंग्लैंड को आखिरी टी20 में इंग्लैंड को 150 रनों से हराकर 4-1 से सीरीज अपने नाम किया। भारतीय टीम का अब फोकस चौंपियंस ट्रॉफी पर होगा। इससे पहले इंग्लैंड से 3 मैचों की वनडे सीरीज होनी है। मुंबई में आखिरी टी20 के दौरान स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन की तर्जनी अंगुली (Index Finger) में फ्रैक्चर हो गया।
आखिरी टी20 में बल्लेबाजी के दौरान सैमसन को बल्लेबाजी के दौरान जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोट लगी थी। वह एक महीने से अधिक समय तक मैदान से बाहर रहेंगे। इससे वह आगामी रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में भी नहीं खेल पाएंगे। संजू को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी टीम में चयन नहीं हुआ था। उनके इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) से पहले फिट होने की संभावना है। यह राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए अच्छी खबर है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार संजू अपने गृहनगर तिरुवनंतपुरम लौट आए हैं। नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में अपना रिहैबिलिटेशन पूरा करने के बाद ही ट्रेनिंग शुरू करेंगे। प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी से पहले उन्हें एनसीए की मंजूरी की आवश्यकता होगी। मामाले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने पीटीआई को बताया, ” सैमसन की दाहिनी तर्जनी उंगली में फ्रैक्चर है। उन्हें नेट पर अभ्यास शुरू करने में पांच से छह सप्ताह लगेंगे। इसलिए उनके 8-12 फरवरी को पुणे में केरल के लिए रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल (जम्मू-कश्मीर के खिलाफ) खेलने की कोई संभावना नहीं है। पूरी संभावना है कि उनकी वापसी आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए होगी।”
सैमसन का इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। वे वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं। वह आर्चर की तीसरी गेंद पर चोटिल हो गए, जो 150 किलोमीटर प्रतिघंटे के करीब थी। इसके बाद उन्होंने एक और छक्का और चौका लगाया। आउट होकर डग-आउट में वापस आने के बाद सूजन बढ़ गई। स्कैन में फ्रैक्चर दिखा। उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की थी।
बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के खिलाफ सात मैचों में तीन शतकों के साथ शानदार प्रदर्शन करने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में चुने गए सैमसन को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली, क्योंकि उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी का एक भी मैच नहीं खेला था। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के लिए निराशाजनक रही। उन्होंने 5 मैचों में केवल 51 रन बनाए। इसमें ईडेन गार्डेन में पहला मैच में 26 रन उनका सर्वोच्च स्कोर था।
सैमसन को आर्चर, मार्क वुड और साकिब महमूद की शॉर्ट गेंदों से लगातार परेशानी हुई। वे बार-बार शॉर्ट बॉल पर पावरप्ले में ही आउट हुए। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारत को जुलाई के अंत तक कोई भी सीमित ओवरों की सीरीज नहीं खेलनी है। इसलिए 30 वर्षीय सैमसन को अगले मौके के लिए काफी इंतजार करना होगा। भारतीय टीम व्हाइट बॉल सीरीज अगस्त में बांग्लादेश दौरे पर खेलेगी। भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद शानदार प्रदर्शन किया है।