नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने 423 रन से जीत दर्ज की। हैमिल्टन के सेडन पार्क में खेला गया यह मुकाबला टिम साउदी के टेस्ट करियर का आखिरी मुकाबला था। कीवी टीम भले ही तीन मैचों की सीरीज 2-1 से हार गई हो, लेकिन साउदी को जीत के साथ विदाई मिली। अपने आखिरी मैच के दौरान साउदी भावुक भी हुए। उन्हें देखने के लिए उनकी पत्नी ब्राया फाही और दोनों बेटियां भी पहुंची थीं। साउदी टेस्ट की शुरुआत में राष्ट्रगान के वक्त बेटी को गोदी में लेकर पहुंचे थे। इतना ही नहीं, इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। आखिर में रिचर्ड हेडली ने उन्हें सम्मानित किया। साउदी न्यूजीलैंड के महानतम गेंदबाजों में से एक रहे हैं और उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए। अपने आखिरी मैच में वह दो विकेट ले पाए। बेन डकेट और जैकब बेथेल उनके आखिरी शिकार रहे।
मैच के बाद साउदी ने कहा- इंग्लैंड को सीरीज जीतने पर बधाई। हमेशा की तरह उन्होंने बहुत अच्छे जज्बे के साथ खेला और वर्षों से मैंने ऐसी टीम के खिलाफ खेलने का आनंद उठाया है। इस मौके पर कुछ लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। सबसे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट, पिछले 17 वर्षों में आपने मेरे लिए जो कुछ भी किया है, उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।’ साउदी ने कहा, ‘मेरा परिवार हर उतार-चढ़ाव के दौरान मेरे साथ मौजूद रहा। टीम के साथियों ने और सपोर्ट स्टाफ ने इस सफर को इतना आनंददायक बनाया। फैंस को धन्यवाद देना चाहूंगा। दर्शकों के सामने आना हमेशा अच्छा होता है और इस सप्ताह सेडॉन पार्क में भारी भीड़ के सामने खेलना बहुत खास रहा। आप सभी को धन्यवाद। एक फैन के रूप में अब मैं मैच देखने के लिए उत्सुक हूं।’
साउदी ने 17 साल लंबे टेस्ट करियर में 391 विकेट लिए। वह रिचर्ड हेडली के बाद कीवियों के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। हेडली ने टेस्ट में 431 विकेट लिए थे। साउदी ने टेस्ट डेब्यू 19 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ नेपियर में किया था। उन्होंने अपने पहले ही मैच में 55 रन देकर पांच विकेट लिए थे। साथ ही 40 गेंद में 77 रन की पारी खेली थी। इससे उन्हें काफी तारीफ मिली थी। 1877 में टेस्ट की शुरुआत के बाद कुछ ही ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जिसने अपने पहले टेस्ट में पांच विकेट लेने और नौ छक्के लगाने का गौरव हासिल किया हो। साउदी ने अपने पहले ही टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल कर ली।
बड़े मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना साउदी के लिए कोई नई बात नहीं है। 2008 अंडर-19 सेमीफाइनल में टिम साउदी ने विषम परिस्थितियों से जूझते हुए न्यूजीलैंड को चार विकेट लेकर जीत दिलाई थी। उसी बैच से विराट कोहली, केन विलियमसन और ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ी भी निकले। टिम उस संस्करण में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। शीर्ष स्तर पर अपने 16 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उन्हें लगातार प्रशंसा मिलती रही। वह नई गेंद के साथ बेहद घातक साबित होते थे और पुरानी गेंद से वह अपने अनुभव का इस्तेमाल करते थे। टिम साउदी अक्सर अपने प्रदर्शन से आलोचकों का भी दिल जीत लेते थे। ट्रेंट बोल्ट के साथ उनकी जोड़ी सबसे घातक गेंदबाजी जोड़ी में से एक थी।
कप्तान बेन स्टोक्स हैमस्ट्रिंग चोट के कारण मंगलवार को बल्लेबाजी नहीं कर सके और इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट में चाय ब्रेक से पहले ही 423 रन से हार झेलनी पड़ी। स्टोक्स को तीसरे दिन ही गेंदबाजी के दौरान बायीं हैमस्ट्रिंग में चोट लगी थी और वह फील्डिंग नहीं कर सके। जीत के लिए 658 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 234 रन पर आउट हो गई। न्यूजीलैंड ने रनों के अंतर से सबसे बड़ी जीत की बराबरी की और इंग्लैंड को क्लीन स्वीप से भी रोका। न्यूजीलैंड ने 2018 में श्रीलंका को 423 रन से ही हराया था। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट आठ विकेट से और दूसरा 323 रन से जीता था। हैमिल्टन टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 347 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की टीम 143 रन बना सकी थी। पहली पारी में 204 रन की बढ़त लेने वाली न्यूजीलैंड टीम ने दूसरी पारी में 453 रन बनाए थे।