भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य हॉकी अकादमी में प्रवेश पाने के लिए प्रदेश के करीब 500 खिलाड़ियों ने मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हॉकी का हुनर दिखाया। यहां अकादमी के चीफ कोच एमके कौशिक और तुषार खंडकर ने खेल प्रतिभाओं को जांचा और परखा। अकादमी से 20 खिलाड़ी हटाए जाएंगे, जिनका प्रदर्शन खराब रहा है। इन्हीं 20 जगहों पर नए बच्चों को प्रवेश दिया जाना है। ट्रायल देने आए खिलाड़ियों के लिए विभाग द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। खिलाड़ियों ने अपनी व्यवस्था खुद की। ऐसे में बाहर से आए कुछ खिलाड़ियों को मंदिर में रात गुजारना पड़ी। उज्जैन से ट्रायल देने आए खिलाड़ी स्टेडियम के सामने सिद्धेश्वरी मंदिर में दरी पर सोते रहे। वहीं खाना भी खाया और सुबह ट्रायल देकर रवाना हो गए। यहां यह बताना जरूरी है कि विभाग ने हाल ही में राष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट आयोजित किया है, जिस पर करीब दो से ढाई करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सभी बाहरी प्रदेशों की टीमों को महीने भर तक एमपी नगर स्थित हाटलों में ठहराया और बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराईं। अगर ट्रायल देने आए इन खिलाड़ियों की भी थोड़ी व्यवस्था कर दी गई होती तो इन्हें ऐसे मंदिर में नहीं सोना पड़ता।