नई दिल्ली: ब्रुसेल्स डायमंड लीग के फाइनल में दो भारतीय हिस्सा लेंगे. इनमें एक नीरज चोपड़ा हैं तो दूसरे अविनाश साबले हैं. 3000 मीटर स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले बुसेल्स में होने वाली डायमंड लीग के फाइनल में चुनौती पेश करेंगे. वह स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के साथ इस इवमेंट में जगह बनाने वाले दूसरे भारतीय है. 29 साल के साबले ने 12 खिलाड़ियों के डायमंड लीग फाइनल में पहली बार जगह बनाई है.
उनका इवेंट शुक्रवार को होगा जहां सभी 12 प्रतिभागी सीधे फाइनल रेस में भाग लेंगे. साबले ने इस सीजन में डायमंड लीग के दो आयोजनों में हिस्सा लिया है और वह तीन अंक के साथ तालिका में 14वें स्थान पर थे. उनसे ऊंची रैंकिंग वाले चार खिलाड़ियों के प्रतियोगिता से हटने के बाद उन्होंने फाइनल में जगह बनाई दो दिवसीय डायमंड लीग फाइनल का आयोजन 13 और 14 सितंबर को होगा. पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज 13 सितंबर को होगी, वहीं जबकि पुरुषों का भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) इवेंट 14 सितंबर को होगा.
साबले ने सात जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस हीट में 8:09.91 मिनट के समय के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार के साथ छठा स्थान हासिल किया था. वह 25 अगस्त को सिलेसिया लेग में 14वें स्थान (8:29.96 मिनट) पर थे. साबले पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में ओलंपिक फाइनल में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय बने लेकिन वह अपने प्रदर्शन से प्रभावित नहीं कर सके. पेरिस ओलंपिक में वह 8:14.18 मिनट के समय के साथ11वें स्थान पर रहे थे.
वहीं दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट चोपड़ा ने चौथे स्थान पर रहने के बाद डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. चोपड़ा ने दोहा और लुसाने में आयोजित लेग प्रत्येक में दूसरे स्थान पर रहने से 14 अंक अर्जित किए. प्रत्येक डायमंड लीग सत्र के फाइनल के चैंपियन को प्रतिष्ठित ‘डायमंड ट्रॉफी’, 30,000 डॉलर की पुरस्कार राशि और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक वाइल्ड कार्ड से सम्मानित किया जाता है. उपविजेता को 12,000 डॉलर मिलेंगे और इसी तरह आठवें स्थान पर रहने वाले को 1000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे.
नीरज ने कुल 2 लेग खेले
लुसाने डायमंड लीग के बाद फाइनल के लिए आखिरी लेग मुकाबला 5 सितंबर को ज्यूरिख में हुआ, जिसमें 26 वर्षीय नीरज नहीं खेले. यानी एक तरह से बिना खेले ही नीरज फाइनल में पहुंच गए. नीरज कुल 2 लेग में खेले. पुरुषों के जैवलिन थ्रो इवेंट के लिए डायमंड लीग में 4 अलग-अलग मीट (लेग मैच) हैं. यह चारों दोहा, पेरिस, लुसाने और ज्यूरिख हैं. इन चारों इवेंट्स के बाद टेबल के लिहाज से टॉप-6 प्लेयर्स को फाइनल में जगह मिलती है.
जहां डायमंड लीग में चैम्पियन के लिए निर्णायक मुकाबला होना है. ध्यान देने वाली बात यह है कि डायमंड लीग में कोई मेडल नहीं मिलता है.हर एक लेग मुकाबले में टॉप पर रहने वाले एथलीट को 8 प्वाइंट्स मिलते हैं. दूसरे प्लेयर को 7, तीसरे एथलीट को 6, चौथे खिलाड़ी को 5 और फिर इसी तरह आगे घटते क्रम में नंबर मिलते हैं. दोहा के बाद लुसाने लीग में नीरज दूसरे नंबर पर रहे थे, इस कारण उनको 7-7 अंक मिले.