नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे और इसके बाद भारत वापस आते ही उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के इस सीजन में क्वार्टर फाइनल 4 के मुकाबले में बड़ोदा के खिलाफ गजब की पारी खेली। देवदत्त ने कर्नाटक के लिए ओपन करते हुए इस टूर्नामेंट में अपने पहले ही मैच में शतक लगा दिया।
ऑस्ट्रेलिया दौरे उन्हें पहले टेस्ट मैच में खेलने का मौका दिया गया था, लेकिन वो उस मैच में ज्यादा सफल नहीं हो पाए थे और पहली पारी में डक पर आउट हो गए थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने 25 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने खराब प्रदर्शन की कसर उन्होंने बड़ोदा के खिलाफ मैच में पूरी की और सेंचुरी लगा दी। देवदत्त भारत के लिए टेस्ट और टी20 में डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन वनडे प्रारूप में उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। भारत के लिए उन्होंने अब तक 2 टेस्ट और 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
बड़ोदा के खिलाफ हुए मैच में देवदत्त ने अपना शतक 96 गेंदों पर पूरा किया और फिर 99 गेंदों पर 102 रन की पारी खेलकर वो आउट हो गए। देवदत्त ने इस मैच में 2 छक्के और 15 चौके लगाए और उनका स्ट्राइक रेट 103.03 का रहा। ये देवदत्त पडीक्कल के लिस्ट ए क्रिकेट करियर का 9वां शतक भी रहा।
इस मैच में देवदत्त ने कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत की थी, लेकिन मयंक इस मैच में नहीं चल पाए और वो 6 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए देवदत्त ने अनीस केवी के साथ 133 रन की शतकीय साझेदारी की। अनसी केवी ने इस मैच में एक छक्का और 4 चौकों की मदद से 52 रन की पारी खेली। इस मैच में बड़ोदा के कप्तान क्रुणाल पांड्या ने टॉस जीता था और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था।