नई दिल्ली: तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी टीम इंडिया में फिर से शामिल होने के लिए प्रयासरत हैं और वो लगभग इसके करीब भी हैं। वनडे वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल खेलने के बाद शमी ने भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला क्योंकि वो अपनी इंजरी से जूझ रहे थे। अब शमी की मैदान पर वापसी हो चुकी है और वो अच्छा प्रदर्शन करने में भी कामयाब रहे हैं।
अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए शमी ने सैयद मुश्ताक अली में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन फिर वो विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के शुरुआती कुछ मैचों में नहीं खेल पाए थे क्योंकि उनके घुटने में फिर से सूजन आ गया था। अब शमी विजय हजारे में खेल रहे हैं और उन्होंने हरियाणा के खिलाफ नॉकआउट मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। चैपिंयस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया का चयन जल्द ही किया जाएगा और इस प्रदर्शन का लाभ उन्हें जरूर मिलेगा।
शमी ने नॉकआउट मुकाबले में हरियाणा के खिलाफ अपने 10 ओवर के स्पैल में तीन विकेट लेकर प्रभावित किया। शमी को पहली सफलता छठे ओवर में मिली जब उन्होंने हरियाणा के सलामी बल्लेबाज हिमांशु राणा को आउट किया। अपने पहले स्पेल में 6.67 की इकॉनमी रेट से रन देने के बावजूद, शमी ने डेथ ओवरों में जोरदार वापसी की, 42वें ओवर में दिनेश बाना को आउट किया और इसके बाद अंशुल कंबोज का विकेट लिया। शमी ने 10 ओवर में 61 रन देकर 3 विकेट लिए।
शमी के बारे में मुख्य चिंता यह है कि वह लंबे स्पैल में गेंदबाजी करने और लगातार अपना पूरा कोटा पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। हालांकि, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 और विजय हजारे ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन से पता चलता है कि वह तैयार हैं। शमी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शमी ने 9 मैचों में हिस्सा लिया था और 11 विकेट चटकाए थे। हालांकि एड़ी में सूजन के कारण वह विजय हजारे ट्रॉफी के शुरुआती चरण में नहीं खेल पाए, लेकिन उन्होंने बिहार और मध्य प्रदेश के खिलाफ मैचों में आठ ओवर गेंदबाजी की। हरियाणा के खिलाफ उन्होंने अपन स्पैल के 10 ओवर पूरे किए।
उम्मीद है कि चयनकर्ता विजय हजारे ट्रॉफी नॉकआउट में शमी के प्रदर्शन के आधार पर अपना अंतिम निर्णय लेंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो वह इस साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम में जगह बना सकते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा 12 जनवरी को होनी है, ऐसे में अजीत अगरकर की अगुआई वाली बीसीसीआई की चयन समिति के पास अपने चयन को अंतिम रूप देने के लिए समय कम है। हालांकि यह ध्यान देने वाली बात है ये कि टूर्नामेंट शुरू होने से एक सप्ताह पहले तक टीम में बदलाव किए जा सकते हैं। अगर शमी को शामिल किया जाता है तो उनका अनुभव भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करेगा।