नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 41वें मैच में एक अजीब घटना घटी जब अंपायर ने हैदराबाद के बल्लेबाज इशान किशन को गलत आउट दे दिया। कमाल की बात ये रही कि मुंबई के खिलाड़ियों ने उनके खिलाफ अपील नहीं की थी, लेकिन फिर भी अंपायर ने ये गलत फैसला लिया और इशान आउट हो गए। उनके आउट होने के तरीका काफी असामान्य था। दीपक चाहर की गेंद जो लेग की दिशा में जा रही थी उसे इशान ने खेलने की कोशिश की और वो चूक गए साथ ही गेंद मुंबई के विकेटकीपर रयान रिकेल्टन के हाथों में चली गई। दीपर या फिर रयान ने कोई अपील नहीं की और अंपायर विनोद सेसन गेंद को वाइड देने वाले थे, लेकिन उन्होंने आउट का इशारा कर दिया और इशान भी बिना किसी विरोध के चल पड़े।
इशान को लगा कि शायद गेंद उनके बल्ले को छू गई है, वैसे अंपायर भी इस आउट को देने से पहले झिझके थे, लेकिन आखिरकार उनकी अंगुली उठ गई। सब हैरान रह गए कि बिना अपील के अंपायर ने आउट कैसे दे दिया। वैसे जब अल्ट्राएज में देखा गया तब पता चला कि गेंद इशान के बल्ले से नहीं टकराई थी। अब नियमों के मुताबिक अंपायर को ऐसा नहीं करना चाहिए था। एमसीसी (MCC) के नियम 31.7 के मुताबिक अगर बल्लेबाज को गलतफहमी होती है तो ऐसे में अंपायर को बल्लेबाज को बुलाना चाहिए था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एमसीसी के नियम 31.7 में लिखा गया है कि अगर अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज को गलतफहमी हुई है और वो आउट नहीं होने के बावजूद मैदान से बाहर चला गया है तो अंपायर को इस मामले में हस्तक्षेप करनी चाहिए। अंपायर को डेड बॉल का इशारा करना चाहिए और बल्लेबाज को वापस बुलाना चाहिए। इस नियम के मुताबिक अगली गेंद फेंके जाने से पहले अंपायर को मामले में दखलंदाजी करनी चाहिए थी, लेकिन अगर यह पारी का आखिरी विकेट होता तो फिर ये नियम उस पर लागू नहीं होता, लेकिन ऐसा भी नहीं था। इशान किशन के मामले में अंपायर ने नियमों का पालन नहीं किया। उन्होंने बल्लेबाज को वापस बुलाने या रीप्ले देखने का मौका नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ बल्लेबाज के हाव-भाव को देखकर आउट दे दिया।