नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक खेलों की शुरुआत में कुछ ही समय बचा है। 26 जुलाई से 206 देशों के 10 हजार एथलीट्स का पेरिस में जमावड़ा लगेगा। भारत भी 100 से ज्यादा खिलाड़ियों का दल पेरिस भेज रहा है। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात मेडल जीते थे। जानिए इस बार कौन है दावेदार
नीरज चोपड़ा
टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा पेरिस में भी मेडल के दावेदार हैं। नीरज पिछले तीन साल में डायमंड लीग के अलावा वर्ल्ड चैंपियन भी बन चुके हैं। वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस सीजन में सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.36 का है जो कि समय चौथा सबसे अच्छा है। नीरज एशियन गेम्स चैंपियन भी है। वह पिछले काफी समय से जर्मनी में ट्रेनिंग कर रहे हैं। फैंस को नीरज से एक बार फिर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
पीवी सिंधु
पीवी सिंधु पेरिस में मेडल्स की हैट्रिक लगाने उतरेंगी। उन्होंने रियो ओलंपिक में सिल्वर और टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह देश के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। सिंधू साल 2019 में वर्ल्ड चैंपियन भी बन चुकी है। सिंधु इस समय वर्ल्ड रैंकिंग में 13वें स्थान है। उनके लिए बीते तीन साल उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। हालांकि सिंधु को बड़े टूर्नामेंट्स का खिलाड़ी माना जाता है।
सात्विकसाईंराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी
भारत की यह युवा जोड़ी सबसे बड़े दावेदारों में शामिल हैं। इस जोड़ी ने कई ऐतिहासिक खिताब जीतने के साथ-साथ यह जोड़ी वर्ल्ड नंबर वन भी बन चुकी है। हालांकि वह इस समय वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं। यह जोड़ी फिलहाल कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप चैंपियन हैं। सात्विक-चिराग ने इस साल भी टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन किया।
भारतीय हॉकी टीम
पिछले साल भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 41 साल के इंतजार के बाद भारत का यह इस खेल में पहला मेडल था। पिछली बार भारतीय टीम को ओलंपिक क्वालिफायर खेला पड़ा था हालांकि इस बार वह एशियन गेम्स जीतकर सीधे क्वालिफाई कर गई। पेरिस ओलंपिक के लिए चुनी गई टीम में ज्यादातर वही खिलाड़ी हैं जो कि पिछले ओलंपिक में भी टीम का हिस्सा थे।
विनेश फोगाट
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट से भी देश को काफी उम्मीदें हैं। विनेश पिछले दो सालों से काफी चर्चा में हैं। पिछले साल रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठी थी। उन्होंने इंजरी के चलते एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं लिया लेकिन इसके बाद राष्ट्रीय चैंपियनशिप के साथ वापसी की। वह देश के लिए ओलंपिक कोटा लाने में कामयाब रहीं। वह काफी अनुभवी हैं और यह उनका तीसरा ओलंपिक हैं।
अंतिम पंघाल
भारत की युवा रेसलर अंतिम पंघाल पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाली हैं। अंतिम 53 किलोग्राम वर्ग में भारत की चुनौती पेश करेंगी। अंतिम ने पिछले वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश के लिए कोटा हासिल किया था। अंतिम पंघाल अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुकी हैं।
निकहत जरीन
बीते कई सालों से 52 किलोग्राम वर्ग में मैरीकॉम ने देश का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि टोक्यो ओलंपिक के बाद निकहत जरीन इस कैटेगरी में विश्व स्तर पर मेडल जीत रही है। निकहत दो बार की वर्ल्ड चैंपियन हैं। यह उनका पहला ओलंपिक है। वह अपने डेब्यू को यादगार बनाने की कोशिश करेंगी। वह इस समय जर्मनी में ट्रेनिंग कर रही हैं और वहीं से पेरिस जाएंगी।
सिफ्त कौर सामरा
भारतीय शूटर सिफ्त कौर सामरा 50 मीटर थ्री पॉजिशन राइफल में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। उन्होंने नेशनल ओलंपिक ट्रायल्स में शानदार प्रदर्शन किया। वह पिछले महीने म्यूनिख वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीती थीं। उन्होंने चीन के हांगझू में हुए एशियन गेम्स में इसी इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था।
मनु भाकर
भारतीय पिस्टर शूटर मनु भाकर के लिए टोक्यो ओलंपिक बहुत निराशाजनक रहे थे। उन्होंने तीन इवेंट्स में हिस्सा लिया था लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना पाई थीं। ओलंपिक ट्रायल्स में शानदार प्रदर्शन के बाद मनु भाकर इस बार भी तीन इवेंट्स में हिस्सा लेंगी। वह इस समय अपने पूर्व कोच जसपाल राणा के साथ ही ट्रेन कर रही थीं। जसपाल के कोच रहते हुए मनु भाकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता था।
मीराबाई चानू
भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वह इस समय देश की सबसे टॉप वेटलिफ्टर है। पेरिस ओलंपिक में वह देश की इकलौती वेटलिफ्टर होंगी। वह पिछले कुछ समय में इंजरी से भी परेशान रही हैं इसके बावजूद उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया।